जबलपुर| संदीप कुमार| मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पार्टी नेताओं में नाराजगी जारी है। भाजपा विधायक अजय विश्नोई ने इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को हाल ही में एक पत्र भी लिखा था। शनिवार को भेजे गए इस पत्र में दावा किया गया था कि रीवा और जबलपुर के कार्यकर्ताओं सहित स्थानीय लोगो मे आक्रोश है। पूर्व मंत्री और पाटन विधायक ने अपने पत्र के माध्यम से कई और बातें भी लिखी थी।
बीजेपी विधायक अजय विश्नोई ने कहा है कि बीजेपी में कभी भी मंत्रियों में विभागों को लेकर खींचतान का माहौल नहीं रहा है, लेकिन वर्तमान में हालात कुछ और है। अभी जो कुछ हो रहा है वो पार्टी की परंपरा के खिलाफ है और इससे पार्टी की छवि खराब भी हो रही। पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने हाल ही में बने मंत्रियों से अपील की है कि जो चुनाव लड़ने वाले हैं, वो कोई मंत्रालय ना लें| नहीं तो वो ना ही चुनाव ढंग से लड़ पाएंगे और ना ही मंत्रालय को समय दे पाएंगे| इससे पूरे प्रदेश का नुकसान होगा।
भाजपा नेता अजय विश्नोई ने मुख्यमंत्री को एक पत्र भी लिखा था जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से यह गुजारिश की है कि महाकौशल और विंध्य इलाके में किसी वजनदार नेता को पार्टी ने मंत्री नहीं बनाया है. इन दोनों ही क्षेत्रों के विकास के लिए मुख्यमंत्री खुद इन जिलों के प्रभारी बनें जिनसे की विकास की गति बनी रहे।अजय विश्नोई मध्य प्रदेश सरकार में पहले भी दो बार मंत्री रह चुके हैं. इस बार भी यह कयास लगाया जा रहा था कि अजय विश्नोई को मंत्रालय में मौका मिलेगा, लेकिन उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया. इसके बाद उन्होंने जो पत्र लिखा है. उसे उनकी नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है. जबलपुर के राजनीतिक गलियारों में इस पत्र को लेकर खूब चर्चाएं हो रही हैं.कांग्रेस ने भी इससे मुद्दा बना लिया है. अजय विश्नोई राजनीति के चतुर खिलाड़ी हैं, यदि उन्हें मंत्री पद नहीं दिया गया है, तो तय है कि जबलपुर इलाके की राजनीति में अब लगातार उबाल आएगा. मुख्यमंत्री को प्रभारी बनाने का दांव भी जबलपुर की राजनीति में राकेश सिंह के कद को कम करने की कोशिश मानी जा रही है।