जबलपुर | 26 अप्रैल को जबलपुर में होने वाली नरेंद्र मोदी की सभा को लेकर जिला निर्वाचन और भारतीय जनता पार्टी आमने सामने आ गई। जिला निर्वाचन जहां सुरक्षा का हवाला देते हुए नरेंद्र मोदी की सभा स्थल का बदलाव चाह रहा है तो वही दूसरी तरफ भाजपा इसे एक सोची समझी साजिश बता रही है। शहीद स्मारक सभा स्थल को लेकर अनुमति ना देने पर भाजपा ने जिला निर्वाचन अधिकारी की मुख्य निर्वाचन आयोग से शिकायत कर उन्हें हटाने की मांग की है।
भाजपा के लोकसभा प्रभारी प्रभात साहू ने आज जबलपुर में प्रेस से बात करते हुए कहा कि जिला निर्वाचन अधिकारी प्रदेश सरकार के दबाव में आकर यह हथकंडे अपना रही हैं। उन्होंने कहा कि जब 1 सप्ताह पहले ही शहीद स्मारक स्थल का निरीक्षण हो चुका था। ट्रस्ट को सभा के लिए फीस भी दे दी गई थी। बावजूद इसके सुरक्षा का हवाला देते हुए ऐन वक्त पर सभा स्थल को बदलना यह दोषपूर्ण के साथ किया जाने वाला काम है।
लोकसभा प्रभारी ने सभा स्थल को लेकर यह भी कहा कि जब किसी तरह का असमंजस था तो पहले दिन ही यह सब बातें सामने आ जानी चाहिए थी।आगामी लोकसभा चुनाव निष्पक्ष तरीके से होगा इस पर भी भारतीय जनता पार्टी ने सवाल खड़े किए हैं।भाजपा का एक प्रतिनिधि दल आज चुनाव पर्यवेक्षक से मुलाकात कर मांग की है कि जिला निर्वाचन अधिकारी को तुरंत हटाया जाए क्योंकि हो सकता है कि लोकसभा चुनाव बाधित हो। फिलहाल अब इस पूरे मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी हाईकोर्ट की शरण में जाने की तैयारी कर रही है।
प्रशासन ने क्या कहा
इस मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी छवि भारद्वाज का कहना है कि शहीद स्मारक में सुरक्षा और पार्किंग की एक बड़ी समस्या है इसके अलावा जिस तरह से नरेन्द्र मोदी को सुनने जनता आएगी उनका संभालना भी बड़ी चुनोती होगी इसलिए आयोजको को दो अन्य ग्राउंड का विकल्प दिया गया है। उन्होंने कहा कि एसपी ने लोकल रेकी करने के बाद उन्हें जो अपना अभिमत दिया है कि 15 से 20 हजार लोगों को आना है इसके अलावा चुनाँव में जो गाड़ियों को अधिग्रहण किया गया है वो रानीताल और स्टेडियम में रहेगी इस वजह से शहीद स्मारक में होने वाले कार्यक्रम के लिए पार्किंग की व्यवस्था नही होगी। इसके साथ साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारकेट और सुरक्षा का भी जायजा लिया था ओर अंत मे ये माना कि गोल बाजार नरेंद्र मोदी की सभा के लिए सही नही है।किसी भी जनसभा के आयोजन की स्थिति में पीएम की सभा को प्रोटेक्ट करना एक बड़ी चुनोती होगी। हाल ही में पांच माह पहले भी जब गैरिसन ग्राउंड नरेंद्र मोदी की सभा हुई तो हर तरह से सफल भी रही।इन सब बातों को देखते हुए आयोजनकर्ताओं को दो अन्य मैदान गैरिसन ओर वैटनरी का सुझाव दिया है अगर आयोजनकर्ता इन दोनो मैदान के लिए अपनी सहमति देते है तो जिला प्रशासन अनुमति देने के लिए तैयार है।