MP में महिला एसआई की दबंगई, पार्किंग का पैसा मांगने पर स्टैंड कर्मचारी की जमकर मारपीट, पीड़ित ने छोड़ दी नौकरी

सब इंस्पेक्टर आकांक्षा सिंह को स्टैंड कर्मचारी के साथ मारपीट करने का वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हुआ तो आनन-फानन में जांच शुरु कर दी गई है।

Amit Sengar
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Jabalpur News : जबलपुर प्लेटफार्म नंबर एक के बाहर बने स्टैंड में कर्मचारी ने पुलिस इंस्पेक्टर से कार का किराया मांगा तो उसके साथ जमकर मारपीट की गई। इस घटना से ड़रे स्टैंड कर्मचारी नौकरी छोड़ दी है। घटना 21 अक्टूबर 2024 की है, जिसका सीसीटीवी फुटेज आज सामने आया है।

बताया जा रहा है कि बरेला थाने में पदस्थ एक महिला सब इंस्पेक्टर की कार का पैसा लेकर यह विवाद हुआ था। बरेला थाने में पदस्थ महिला सब इंस्पेक्टर किसी काम से अपनी गाड़ी खड़ी करके चली गई थी। जब वह वापस आई और स्टैंड में खड़ी कार ले जाने लगी तो कर्मचारी ने पैसे मांगे, इस पर महिला सब इंस्पेक्टर ने वर्दी का रौब दिखाते हुए कहा कि हम पुलिस है, हमारे पैसे नहीं लगते, इस पर कर्मचारी ने कहा कि रुपए तो देने होंगे, इतना सुनते ही महिला सब इंस्पेक्टर बिना पैसे दिए जब वहां से जाने लगी तो कर्मचारी ने उनकी गाड़ी रोक लिया, इतना देखते ही महिला एसआई भड़क गई और तुरंत ही जीआरपी थाने में फोन लगाया। जानकारी लगते ही जीआरपी थाने में पदस्थ एस.आई आकांक्षा सिंह एक आरक्षक के साथ पहुंची और ताबड़तोड़ स्टैंड कर्मचारी पर थप्पड़ बरसाना शुरू कर दिया। मारने के बाद भी एसआई कर्मचारी सोनू सिंह को मारते-मारते जीआरपी थाने लेकर आई, जहां पर मारपीट करते हुए काफी देर तक थाने में बैठाए रखा।

पीड़ित ने छोड़ दी नौकरी

महिला एसआई आकांक्षा सिंह ने स्टैंड कर्मचारी के साथ मारपीट करते हुए धमकी दी कि अगर दोबारा कभी भी इस तरह की हरकत की और पुलिस वालों से पैसा लिया तो सोच लेना। पुलिस अधिकारी की धमकी के बाद सोनू सिंह ने काम छोड़ दिया और अपने गांव चला गया। सब इंस्पेक्टर आकांक्षा सिंह को स्टैंड कर्मचारी के साथ मारपीट करने का वीडियो सोमवार को सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हुआ तो आनन-फानन में जांच शुरु कर दी गई है।
जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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