जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर (jabalpur) के न्यू लाईफ हॉस्पिटल में आग लगने से 8 लोगों की मौत के बाद, अस्पतालों में मरीजों की सुरक्षा का मामला हाईकोर्ट (mp highcourt) पहुंच गया है, जबलपुर की अधिवक्ता जनकल्याण परिषद ने जबलपुर हाईकोर्ट में एक पत्र याचिका दायर की है।
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बता दें कि अस्पतालों में आए दिन होने वाले अग्निकांडों के मद्देनज़र याचिका में ख़ास तौर पर तीन मांग की गईं हैं, पहला ये कि अस्पतालों के स्पॉट वैरिफिकेशन के बाद ही उन्हें लायसेंस दिए जाएं और इलाज की अनुमति जारी रखने के लिए समय-समय पर निरीक्षण किए जाएं। दूसरी मांग ये है कि अस्पतालों की बिल्डिंगों को खूबसूरत दिखाने के लिए होने वाले प्लास्टिक के इस्तेमाल पर बैन लगाया जाए और अस्पताल बिल्डिंग के निर्माण में इन-फ्लेमेबल यानि अग्नि रोधक सामग्री का इस्तेमाल किया जाए।
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वहीं तीसरी मांग की गई है कि हर अस्पताल में नियमित रुप से इलैक्ट्रीशियन और फायर सेफ्टी ऑफीसर की नियुक्ति की जाए ताकि अस्पतालों में आग लगने की घटनाओं को रोका जा सके। याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता जनकल्याण परिषद के प्रवीण पाण्डेय ने उम्मीद जताई है कि मुख्य न्यायाधीश उनकी मांग पर संज्ञान लेंगे। हाईकोर्ट में इस पत्र याचिका पर आने वाले दिनों में जल्द सुनवाई हो सकती है।