Fri, Dec 26, 2025

मुस्लिम ने कराया हिन्दू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार, गरीबी के चलते पत्नी का शव छोड़कर जा रहे पति की मदद की

Written by:Harpreet Kaur
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मुस्लिम ने कराया हिन्दू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार, गरीबी के चलते पत्नी का शव छोड़कर जा रहे पति की मदद की

Jabalpur- Wife Death : जबलपुर में विक्टोरिया अस्पताल में एक ऐसा नजारा सामने आया जब लोगों की आँखे भर आई, दरअसल यहाँ लंबे समय से भर्ती एक महिला की मौत हो गई, पति इलाज के दौरान लगातार उसके साथ था उसने पत्नी के इलाज पर अपनी जिंदगीभर की जमा पूंजी भी लगा दी लेकिन पत्नी की जान नहीं बच सकी, जैसे ही पति को पत्नी की मौत की खबर मिली, वह उससे लिपट कर फूट-फूट कर रोने लगा और फिर कुछ देर बाद अचानक उठकर चल दिया, अस्पताल के स्टाफ ने जब उसे पत्नी के शव को भी साथ ले जाने और अंतिम संस्कार करने के लिए कहा तो वह और तकलीफ से भर गया उसने हाथ जोड़कर कहा कि ब उसके पास पैसे नहीं है कि वह पत्नी अंतिम संस्कार कर पाए। दोनों की कोई औलाद नहीं है।

कई जगह करवाया पत्नी का इलाज इस उम्मीद में की वह ठीक हो जाएगी मगर…… 

दरअसल  पन्ना जिले के शाहनगर स्थित पिपरिया गांव में रहने वाला 55 साल के पुरुषोत्तम वंशकार नाम का यह शख्स बेहद गरीब है, पति-पत्नी मजदूरी कर पेट पालते थे, बुजुर्ग पुरुषोत्तम वंशकार पन्ना जिले के रहने वाले है और बीते डेढ़ माह से अपनी पत्नी का इलाज जिला अस्पताल जबलपुर में करवा रहें थे, बुजुर्ग की पत्नी चूल्हा बाई की सोमवार को इलाज के दौरान मौत हो गई थी। पुरुषोत्तम ने कटनी जिले में पत्नी का इलाज भी करवाया पर जब तबीयत में सुधार नही हुआ तो उसे लेकर जिला अस्पताल जबलपुर आ गए और करीब डेढ़ माह तक यहां भर्ती रखा और आखिरकार सोमवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

इनायत अली बना पुरुषोत्तम के लिए मसीहा 

जिला अस्पताल के कर्मचारियों ने बुजुर्ग को रोका और फिर गरीब नवाज कमेटी के सदस्य इनायत अली को सूचना दी। इनायत अली ने बुजुर्ग और उनकी पत्नी के शव को तिलवारा घाट स्थित श्मशान घाट लें गए जहां हिन्दू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार करवाया। इनायत अली ने बताया कि बुजुर्ग के पास इतने पैसे नही थे कि वह अपनी पत्नी की मौत के बाद अंतिम संस्कार करवा सके, इसलिए गरीब नवाज कमेटी ने बुजुर्ग महिला की पत्नी का अंतिम संस्कार करवाया और फिर उन्हें बस में बैठाकर पन्ना के लिए रवाना कर दिया।