Jabalpur News : मध्यप्रदेश के जबलपुर के विक्टोरिया अस्पताल में महिला चिकित्सकों का दिमाग सातवें आसमान पर रहता है, जहां यह लोग आमजन से अभद्र भाषा में बात करते हैं। इनका शिकार थाने के पुलिसकर्मी भी होते हैं जो पीड़ित पक्ष को इलाज के लिए लेकर आते हैं। जिसमें से सबसे ज्यादा इन्हें परेशानी उस समय उठानी पड़ती है, जब ड्यूटी डॉक्टर रहला कुरेशी मौजूद रहती हैं जो कि इसी तरह लोगों को परेशान किया करती हैं। एक बार फिर रविवार की रात इस तरह की परेशानी हनुमानताल पुलिसकर्मियों को झेलनी पड़ी जब सुब्बा शाह मैदान में मारपीट के दौरान वो घायल हुई।
आधार कार्ड नहीं था
जब वो महिला को पुलिसकर्मी इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंचे तो वहां पर ड्यूटी डॉक्टर रहला कुरेशी मौजूद थी। जिन्होंने इलाज इसलिए नहीं किया क्योंकि पीडित महिला के पास उसका आधार कार्ड नहीं था। जिसके बाद पीड़िता और पुलिसकर्मी वापस थाने पहुंचे और अपने अधिकारियों को पूरी बात बताई। सूचना पाते ही सब इंस्पेक्टर जिला अस्पताल पहुंचे और महिला डॉक्टर से चर्चा करने के उपरांत पीडिता का इलाज कराया।
सब इंस्पेक्टर ने दी जानकारी
मामले की जानकारी देते हुए हनुमानताल थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर चंद्रभान सिंह ने बताया कि सुब्बा शाह मैदान में मारपीट की घटना हुई थी, जिसमें घायल महिला मुन्नी बी को मुलाहजे के लिए यहां लाया गया था लेकिन महिला चिकित्सक द्वारा यह कहकर मना कर दिया कि जब तक आधार कार्ड नहीं आएगा तब तक पीड़िता का मुलाहिजा नहीं किया जाएगा। गढ़ा पुलिस का कहना है कि आमतौर पर जिला अस्पताल के चिकित्सक हमेशा सहयोगात्मक रवैया अपनाते हैं। फिलहाल, पुलिस अधिकारी के निवेदन पर चिकित्सक मोहतरमा ने मुलाहजा तो कर दिया लेकिन यहां पर यह सवाल भी खड़े हो गए कि जब पुलिसकर्मियों से महिला चिकित्सक इस तरह से बर्ताव करती है तो आमजन का जाने क्या हाल करती होगी।
जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट