अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस : जबलपुर की 82 साल की महिला शांति बाई का सम्मान करेगी दिल्ली सरकार

Amit Sengar
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जबलपुर,संदीप कुमार। जबलपुर में रहने वाली जिस बुजुर्ग महिला का सम्मान मध्य प्रदेश सरकार ने नहीं किया उस महिला को निमंत्रण दिया है दिल्ली सरकार ने, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (international women day) के मौके पर अरविंद केजरीवाल ने जबलपुर की 82 साल की महिला शांति बाई का सम्मान करने के लिए बुलाया है,दरअसल शांति बाई की पहचान यह है कि वह 82 साल की उम्र में भी ना सिर्फ फर्राटे से साइकिल चलाती है बल्कि किसी पर आश्रित भी नहीं है।

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हम आपको बता दें कि शांति बाई की दो बेटी हैं और उन्होंने दोनों ही बेटियों का विवाह कर दिया है, उम्र के अंतिम पड़ाव पर भी शांति बाई किसी पर आश्रित नहीं हैं, आज भी वह रोजाना सुबह 9:00 बजे से लेकर रात को 8:00 बजे तक घर-घर जाकर काम करती हैं और अपनी ही कमाई हुई रकम से भरण पोषण करती है, सोशल मीडिया संशेषन बन चुकी 82 साल की शांति बाई का फोटो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ।

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अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस : जबलपुर की 82 साल की महिला शांति बाई का सम्मान करेगी दिल्ली सरकार

इस फोटो में शांति बाई फराटे से साइकिल चलाते हुए दिख रही है उनका यही फोटो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भा गया और फिर उन्होंने अपनी आईटी सेल की टीम को लगा दिया शांति बाई की तलाश में, आखिरकार आम आदमी पार्टी की आईटी सेल को पता चला कि यह महिला जबलपुर के गढ़ा बाजार की रहने वाली है, जानकारी लगते ही अरविंद केजरीवाल ने शांति बाई से संपर्क किया और उन्हें दिल्ली आने का निमंत्रण दिया इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने शांति बाई और उनकी बेटी दामाद को जबलपुर से दिल्ली आने जाने का टिकट भी उपलब्ध करवाया, अब 9 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दौरान शांति बाई का दिल्ली मंत्रालय में अरविंद केजरीवाल सम्मान करेंगे।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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