नर्स ने लिया ओवर डोज,हुई मौत
मूलतः रीवा की रहने वाली एक नर्स जो कि जबलपुर के निजी अस्पताल में ड्यूटी किया करती थी उसने 6 मई को अपने घर पर इंजेक्शन का ओवर डोज लेकर आत्महत्या कर ली।वही भेड़ाघाट के 67 साल के बुजुर्ग ने फांसी लगा ली वही मंझौली का एक युवक ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली तो 18 साल की युवती ने घर पर ही फाँसी लगा ली…
लॉकडाउन में ज्यादातर तनाव ग्रसित लोगो ने की आत्महत्या
जबलपुर में लगे लोक डाउन के बीच अपनों से दूर रहकर तनाव में जीवन यापन कर रहे लोगों द्वारा सुसाइड के भी कई मामले सामने आए।5 अप्रैल को 27 साल की एक युवती ने फंदे में झूलकर आत्महत्या कर ली तो वहीं 22 मार्च को हाथीताल कॉलोनी निवासी 27 वर्षीय युवक भी फांसी में झूल गया। वही पति से अलग रह रही एक महिला अपने दो बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली थी।
50 दिन में 51 आत्महत्या,पुलिस के लिए जांच
लॉक डाउन के भीतर 50 दिन में हुई 51 मौतों ने पुलिस को भी हिला कर रख दिया है जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा का कहना है कि निश्चित रूप से लोग डॉन के बीच इस तरह से आत्महत्या होना नहीं यह जांच का विषय है कि आखिर लॉक डाउन में ऐसा क्या हुआ कि इन लोगों ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है।
मनोचिकित्सको ने जाहिर की चिंता
मनोचिकित्सक डॉ स्वप्निल अग्रवाल का इन मौतों को लेकर कहना है कि लॉक डाउन में लोग अपने परिवार के साथ है इसके बाद भी आत्महत्या करने के पीछे नशा एक बड़ा कारण है।लॉक डाउन के कारण लोगो को नशे का सामान नही मिल रहा था जो कि कही न कही उनका विचलित होकर ये कदम उठाया जाना भी संभव है।इसके अलावा कर्ज लेना और वर्तमान के समय को देखते हुए उसके द्वारा चुका न पाना और बाद में आत्महत्या कर लेना ये भी एक वजह होती है।
फैक्ट फाइल:-
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फंदे से लटककर….…..36
जहर खाकर…….…….08
अग्नि दाह करके.……03
ट्रेन के सामने कूदकर……03
एसिड पीकर……….01
घरेलू कलह….…..19
प्रताड़ना……….07
नौकरी से परेशान होकर.…..06
पुत्र वियोग में …….03
तनाव में………02