Sun, Dec 28, 2025

जबलपुर : किडनी अस्पताल का एक और कारनामा उजागर, कोरोना काल में भी जमकर किया था फर्जीवाड़ा

Written by:Harpreet Kaur
Published:
जबलपुर : किडनी अस्पताल का एक और कारनामा उजागर, कोरोना काल में भी जमकर किया था फर्जीवाड़ा

संदीप कुमार, जबलपुर। आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा करने वाली सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल में कोरोना काल के दौरान भर्ती हुए करीब 125 मरीजों की छानबीन में एसआईटी जुट गई है। एसआईटी ने इन तमाम मरीजों को नोटिस भेजा है, और पूछताछ के लिए बुलवाया भी है। एसआईटी के मुताबिक आयुष्मान योजना के तहत भर्ती मरीजों के दस्तावेजों की जांच तक नहीं की जाती थी, उनका कार्ड देख कर उन्हें भर्ती कर लिया जाता था। एसआईटी ने ऐसे कई दस्तावेज खंगाले हैं जो अपूर्ण है, लेकिन उसके आधार पर मरीजों का इलाज दिया गया था। पुलिस ने छानबीन में वर्ष 2020 में भर्ती 125 मरीजों की सूची भी तैयार की है।

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सेंट्रल इंडिया किडनी अस्पताल मामले में गठित की गई एसआईटी की विवेचक निरुपामा पांडे की जगह कोतवाली थाना प्रभारी को शामिल किया गया है। जानकारी के मुताबिक निरुपमा पांडे का स्वास्थ्य ठीक नहीं है जिसके चलते एसआईटी की जांच प्रभावित भी हो रही थी, लिहाजा अब एसआईटी में कोतवाली थाना प्रभारी अनिल गुप्ता को शामिल किया जा रहा है।