कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बंगले में रहते हुए बिजली तो खूब खर्च की, लेकिन जेब से बिल के पैसे नहीं निकाले,दो महीने पहले बकाया बिजली बिल के मामले ने तूल पकड़ा तो उन्होंने कुछ राशि भर दी थी लेकिन फिर वही आलम रहा, बिजली विभाग के मुताबिक कलेक्टर जबलपुर बंगले का बिजली बिल आखिरी बार दिसंबर 2021 में 41 हजार रुपए जमा हुआ था, इससे पहले दिसंबर 2019 में 15 हजार 285 रुपए जमा हुए थे, दो साल में महज 41 हजार रुपए ही जमा हुए।
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कलेक्टर कर्मवीर शर्मा जिले से ट्रांसफर होकर गए तो 68 हजार रुपए का बकाया छोड़कर चले गए, मार्च में चार हजार का बिल और जुड़ गया, अब 72 हजार रुपए का बिल बकाया है, वित्तीय वर्ष का आखिरी महीना होने के चलते बिजली विभाग भी बकाया जमा कराने की जुगत में है, लेकिन मामला जिले के सबसे बड़े प्रशासनिक मुखिया से जुड़ा है, इस कारण वो भी कनेक्शन नहीं काट पा रहा।
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नियम के मुताबिक जब कलेक्टर को बंगला अलॉट किया जाता है तो बिजली कनेक्शन के लिए उनके नाम का मीटर लगता है, जब तक कलेक्टर उस जिले में पदस्थ रहता है तो उसके नाम पर बिल आता है,पर कलेक्टर भरत यादव के ट्रांसफर के बाद इसका पालन नहीं हुआ, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा पूरे कार्यकाल के दौरान अपने नाम का मीटर नहीं लगवाए, अब उनके जाने के बाद नए कलेक्टर इलैयाराजा के नाम पर भी कनेक्शन ट्रांसफर अभी नहीं हुआ।