बता दें कि गढ़ा पुरवा के AE भूपेंद्र चौरसिया से जब इस बात पर सवाल किया गया तो वह निःशब्द रहे। आनन-फानन में उनसे जब इस विधुत मीटर का बिल मंगा गया तो उनके द्वारा प्रस्तुत बिल में यूनिट खपत 9340 दर्शाया गया जबकि बंद पड़े मीटर में यूनिट खपत 9310 मौजूद थी। मामले पर कुछ जवाब न देने की स्तिथि में बिजली अधिकारी अपना दोष छोटे कर्मचारियों पर मढ़ते रहे।
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कांग्रेस ने इस मौके पर इस विद्युत मीटर के पंचनामा बनाने की मांग SE सिटी सर्किल सुनील त्रिवेदी जी से कही। साथ ही साथ इन दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही करने की मांग की। धरना स्थल पर बैठे कांग्रेसियो के समक्ष SE महोदय ने पंचनामे की कार्यवाही की जो कि इतिहास में पहला वाक्या होगा कि बिजली विभाग के खिलाफ पंचनामे की कार्यवाही की गई। साथ ही साथ कांग्रेसजनों ने SE से मांग की दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की जाए। जिसको लेके SE महोदय ने मंगलवार तक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। जिसके पश्यात धरना समाप्त किया गया। आज के इस खुलासे में मुख्य रूप से सौरभ नाटी शर्मा, शेष नारायण, बाबा यादव,नीरज शुक्ला,संदीप चादर,रितेश गुप्ता,आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।