Jabalpur Human Trafficking : जबलपुर के गोरखपुर पुलिस ने प्रदेश स्तर पर चल रही मानव तस्करी के एक बड़े गिरोह का खुलासा किया है। मामले में बनाए गए आरोपी टीकमगढ़ से जुड़े हुए हैं। पूरा मामला उस समय सामने आया, जब थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली 22 वर्षीय युवती की तीन महीने पहले गुमशुदगी की शिकायत परिजनों द्वारा गोरखपुर थाने में दर्ज कराई गई थी। गुमशुदा युवती अचानक जबलपुर पहुंची और अपनी मां के साथ गोरखपुर थाने पहुंचकर पुलिस को अपनी आप बीती सुनाई।
युवती ने बताई जो कहानी सुनकर पुलिस भी चौंकी
महिला ने बताया कि गोरखपुर निवासी उस 22 वर्षीय युवती को 1 लाख रूपयों में बेच दिया गया था। युवती किसी तरह खरीदने वाले के कब्जे से निकलकर भागी, तो सीधे अपने घर पहुंची। घर पहुंचने पर उसने अपनी आप बीती परिजनों को सुनाई ,जिसके बाद परिजनों ने पूरे मामले की शिकायत पुलिस से करने का फैसला किया और मां के साथ युवती गोरखपुर थाने पहुंची और पूरी घटना से पुलिस को अवगत कराया। पुलिस को यह समझते देर नहीं लगी कि यह मामला मानव तस्करी से जुड़ा हुआ है। जिसके बाद पुलिस ने गहन छानबीन की तो मानव तस्करी का एक पूरा गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। जिसमें महिलाएं भी शामिल थी। पुलिस ने अभी तक मानव तस्करी के इस मामले में 6 लोगों को आरोपी बनाया है। जिसमें 3 महिलाएं जबलपुर की रहने वाली है और 2 पुरूष।
मेलजोल बढ़ाकर बेच दिया जाता था युवतियों को
टीकमगढ के रहने वाले इस गिरोह में शामिल महिलाओं का काम था कि वह युवतियों से मेल मिलाप बढ़ाकर उन्हें अच्छी नौकरी लगवाने का झांसा देकर अपने साथ लेकर जाना। तय स्थान पहुंचने पर युवती को बंधक बना लिया जाता था। जिसके बाद वह युवती , देह व्यापार की चाह रखने वाले लोगों को बेच दी जाती थी। गिरोह के कई सदस्य दमोह के टीकमगढ़ क्षेत्र से जुड़े हुए हैं, जो मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में मानव तस्करी कर मोटी रकम कमा रहे थे। वही पूरे मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है। सीएसपी प्रतिष्ठा राठौर के अनुसार यह पूरा मामला फोन की जांच करने पर खुला, जिसके बाद सूत्र से सूत्र मिलते गए और मानव तस्करी का बड़ा रैकेट पुलिस के हत्थे चढ गया। मामले में अभी कई और खुलासे होने की भी उम्मीद जताई जा रही है। वहीं पुलिस की टीम आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जगह जगह दबिश देने में जुटी हुई है।
जबलपुर से संदीप कुमार