जबलपुर,संदीप कुमार। मध्यप्रदेश (madhyapradesh) लोक सेवा आयोग (Madhya Pradesh Public Service Commission) यानि MPPSC की साल 2020 की मेंस एग्जाम मार्च महीने में होने है। जिसके लिए परीक्षा की तारिख 21 मार्च से 26 मार्च तक शेड्यूल की गई है। जिसपर MPPSC के परीक्षार्थियों ने आज जबलपुर में धरना दिया। और कलेक्ट्रेट का घेराव करने की कोशिश की लेकिन वे असफल रहे।
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दरअसल, परीक्षार्थियों ने जबलपुर कलेक्ट्रेट का घेराव करने की कोशिश की लेकिन धारा 144 के कारण उन्हें घंटाघर पर ही रोक दिया गया। जिसके चलते छात्र नाराज हो कर सड़क पर ही विरोध प्रदर्शन करने लगे। जिसके बाद डिप्टी कलेक्टर (Deputy Collector) अनुराग तिवारी मौके पर पहुंचे और उनका ज्ञापन लेकर मुख्यमंत्री (Chief Minister) तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।परीक्षार्थियों का कहना है कि साल 2020 के MPPSC-Pre की परीक्षा के रिजल्ट में अनियमितता हुई थी। परीक्षार्थियों का कहना है कि परीक्षा के रिजल्ट में आरक्षण (reservation) प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया था। Prelims के रिजल्ट में 113 प्रतिशत रिजर्वेशन दिया गया था। जो कि अवैधानिक है। आरक्षण प्रक्रिया को लेकर परीक्षार्थियों की याचिकाएं मध्य प्रदेश की तीनों हाईकोर्ट की खंडपीठ जबलपुर, ग्वालियर और इंदौर में दायर की गई है। वही दायर याचिका को लेकर फैसला आना अभी बाकी है। लेकिन इससे पहले ही लोक सेवा आयोग ने मेंस की परीक्षा आयोजित करवा दी है। जिसको लेकर छात्रों में आक्रोश है।
छात्रों ने परीक्षा को लेकर अपना पक्ष रखते हुआ कहा है कि अगर 26 मार्च तक मेंस की परीक्षा होती है तो भविष्य में नियुक्ति से जुड़ी कई तरह की परेशानियां खड़ी हो सकती है। और उससे परीक्षा परिणाम भी प्रभावित होगा।
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