जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर के शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में मिग-20 विमान के बाद अब जल्द ही टी-55 युद्ध टैंक को स्थापित किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक भारतीय सेना की शान माने जाने वाला टी-55 युद्ध टैंक को सैन्य डिपो पुणे से जबलपुर के लिए रवाना कर दिया गया है। जल्द ही ये टैंक इंजीनियर कॉलेज में स्थापित होकर यहां की शोभा बढ़ाएगा।
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शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में स्थापित होने वाले युद्धक टैंक ने 1971 में भारत-पाक युद्ध में कहर बरपाया था। इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि सैन्य अधिकारियों के तरफ से उन्हें जानकारी दी गई है कि टैंक टी-55 पुणे से जबलपुर के लिए रवाना कर दिया गया है।
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पहले मिग-21 विमान फिर युद्धक टैंक और उसके बाद अब जल्द ही ब्रह्मोस मिसाइल भी शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्रों के लिए स्थापित की जाएगी। प्राचार्य ने बताया कि जल थल और नभ में सेना के सबसे घातक हथियारों को इंजीनियरिंग कॉलेज में स्थापित करने का एक मात्र उद्देश्य यह है कि छात्र ज्यादा से ज्यादा इस विषय में जान सकें। हम आपको बता दें कि ब्रह्मोस मिसाइल डीआरडीओ के पूर्व निदेशक डॉ सुधीर मिश्रा के प्रयासों से ही जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज में यह तमाम चीजे स्थापित की जा रही हैं।