जबलपुर| पश्चिम मध्य रेल आरपीएफ आईजी कार्यालय में एक महीने से एक लिफाफा बंद पड़ा है। इस लिफाफे में क्या है उसे जानने के लिए आईजी सहित किसी को टाइम नहीं है। सेंट्रल रेलवे पूना से भेजा गया लिफाफा आज भी खुलने को तरस रहा है। सूत्र बताते है कि जबलपुर मंडल रेल आरपीएफ कमांडेंट कार्यालय में हाल ही पदस्थ हुए सहायक सुरक्षा अधिकारी के खिलाफ मेजर कारवाई के लिए पूना सेंट्रल रेलवे से आया लिफाफा पमरे आईजी कार्यालय में एक माह से पड़ा है। इस लिफाफे को आज तक खोला नहीं गया जबकि उसमें सतारा आइपीएफ के कारनामो का खुलासा करते हुए कारवाई का आदेश दिया गया है।
ड्यूटी से गायब होने के बाद हाजरी रजिस्टर में हस्ताक्षर किए
सूत्र बताते है कि जब सहायक सुरक्षा अधिकारी पूना मंडल अंतर्गत सतारा में आइपीएफ थे उनके द्वारा सुरक्षा संबंधी कार्य को लेकर कई कारनामे किये गए है। डयूटी रजिस्टर में हेरा फेरी की गई। खुद छुट्टी पर जाते और ड्यूटी से गायब रहने के बाद उनकी उपस्थित रजिस्टर में दर्शाई जाती रही। उनके रहते रेलवे को खासा नुकसान हुआ है।
जांच में दोषी
बताया जाता है कि सतारा आइपीएफ के खिलाफ सेंट्रल रेल पूना के सुरक्षा अधिकारियों ने जब जांच की है तो उसमें सही पाया है। एसजे बाद उन्होंने आइपीएफ को दोषी ठहराते हुए कड़ी कारवाई करने की अनुशंसा की है। इस तरह का पत्र पमरे आरपीएफ आईजी के पास एक माह से आकर रखा है उन्होंने आज तक कोई एक्शन नहीं लिया।