जबलपुर,संदीप कुमार
जबलपुर में कोरोना वायरस संक्रमणकाल में एक बार फिर नेताजी सुभाष चंद्र बोस में पदस्थ जूनियर डॉक्टरों ने अपनी मांगो को लेकर हड़ताल कर दी है। ऐसे में जिला प्रशासन के सामने इन जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।
कोरोना वायरस में मरीजों के साथ काम करने के लिए जो जरूरी सुविधाएं उनके पास उपलब्ध होनी चाहिए थी, वह सुविधा राज्य सरकार उपलब्ध नहीं करवा पा रही है। यही वजह है कि डॉक्टरों ने अपनी मांग को कई बार सरकार व प्रशासन के सामने रखा, पर जब नतीजा सिफर रहा तो आखिरकार डॉक्टरों ने हड़ताल का रवैया अपना लिया। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें मास्क, पीपीई किट और ग्लव्स उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल में यह भी कहा कि उन्हें बीते चार महीनों से स्टाइपेंड भी नहीं मिल रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण के बीच डॉक्टरों ने शनिवार को मेडिकल कॉलेज के बाहर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन किया।
हड़ताल पर गए डॉक्टरों का कहना है कि इससे पहले भी कई बार नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के डीन को अपनी समस्या से अवगत करवाया गया है पर नतीजा कुछ नहीं निकला। यही वजह है कि आज मजबूर होकर हड़ताल करना पड़ रहा है। डॉक्टरों ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर आने वाले समय में उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो यह हड़ताल लंबे समय तक जारी रह सकती है। आपको बता दें कि जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में संभाग का सबसे बड़ा कोरोना संक्रमण केंद्र बनाया गया है, ऐसे में जाहिर तौर पर अगर डॉक्टर हड़ताल पर जाते हैं तो निश्चित रूप से खतरा और भी बढ़ सकता है।