कोरोना वायरस का चौथा लॉक डाउन भी शुरू हो गया पर देश के हालात जस के तस है।कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है तो मजदूरों के हालात भी पहले जैसे ही है।हा ये जरूर है कि चौथे लॉक डाउन में मजदूरों की सेवा करने वाले समाजसेवियों की संख्या अब न के बराबर हो गई है।नगर निगम ने भी बजट के आभाव में गरीबो को बाटा जाने वाला भोजन देना बंद कर दिया है।ऐसे हालात में पर जबलपुर के युवाओं की विष्णु रसोई अभी भी निरंतर चल रही है।रांझी में रहने वाले कुछ युवा चौथे लॉक डाउन में भी गरीबो को भोजन बॉटने का जारी रखा हुआ है।बीते 22 मांर्च से शहर के युवा रोजाना अपनी हैसियत के अनुसार गरीबो के लिए खाना बनाकर बस्ती बस्ती बाट रहे है।
सभी युवा करते है कलेक्शन,फिर स्वयं ही बनाते है खाना
जबलपुर शहर में जब से लॉक डाउन लगा हुआ है तब से ये युवा गरीबो के लिए खाने की व्यवस्था कर रहे है।पहले ये सब मिलकर रु का कलेक्शन करते है और फिर उन्ही रु से दाल-चावल-सब्जी खरीद कर लाते है।कभी खिचड़ी तो कभी दाल-चावल तो कभी पुलाव बनाकर ये लोग अभी भी गरीबो की मदद करने में जुटे हुए है।
समय बीतता जा रहा है पर हौसले नही टूटे
बीते 22 मांर्च से शहर के ये युवा अपनी हैसियत अनुसार खाना बनाकर गरीब बस्तियों में बॉटने का काम आज भी बदस्तूर जारी रखा है।कई बार इनके सामने बजट की भी समस्या आई पर हौसले और किस्मत इनकी इतनी बुलंद थी कि इन युवाओं की विष्णु रसोई की किसी न किसी ने मदद की है।
जब तक है दम तब तक करेंगे सेवा
विष्णु रसोई के सदस्य उदीप रील बताते है कि लॉक डाउन लगने के बाद से ही उनकी टीम लगातार गरीबो की सेवा में जुटी हुई है अपनी हैसियत के अनुसार खाना बनाकर खिलाने के काम कर रहे है और जब तक दम होगी ये सेवा हम करते रहेंगे।