मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर के लोग घटती एयर कनेक्टिविटी से परेशान है, स्थिति यहाँ तक पहुंच गई है कि मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है, आज जबलपुर हाई कोर्ट में इस विषय पर सुनवाई हुई और कोर्ट की कड़ी टिप्पणी सुनकर कोर्ट रूम में सन्नाटा छा गया
सुनवाई के दौरान घटती एयर कनेक्टिविटी पर सवाल जवाब के दौरान कोर्ट ने तल्ख़ टिप्पणी की, अदालत ने कहा कि जब फ्लाइट्स ही नहीं हैं तो फिर एयरपोर्ट पर 500 करोड़ रुपये क्यों खर्च किये? कोर्ट ने कहा राज्य सरकार बताये जबलपुर से दोयम दर्जे का व्यवहार क्यों?
..तो अफसरों के तबादला जबलपुर कर देंगे
अदालत की नाराजगी यहीं नहीं रुकी, अदालत ने आगे कहा यही स्थिति रही तो आला अधिकारियों का जबलपुर ट्रांसफर कर देंगे तब अधिकारी भी खराब कनेक्टिविटी का करेंगे सामना तो उन्हें समझ आयेगा, कोर्ट ने कहा क्यों ना ज्यूडिशियल ऑर्डर से फ्लाइट चलवायें? भोपाल-इंदौर से चल रही फ़्लाइट क्यों ना जबलपुर से चलवाएं?
कोर्ट ने सरकार को दिए निर्देश
कोर्ट ने कहा केंद्र सरकार फ्लाइट्स बढ़ाने के लिए मीटिंग करे, विमान कम्पनियों, राज्य सरकार और याचिकाकर्ता के वकील के साथ बातचीत करे और एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने के बारे में ठोस निर्णय ले, HC ने इस मामले की अगली सुनवाई 6 नवम्बर को तय की है।
जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट





