जबलपुर| कमलनाथ सरकार के पहले बजट में जबलपुर को दी गई नर्मदा रिवर फ्रन्ट की सौगात पर प्रशासन ने काम शुरु कर दिया है| प्रशासन ने नर्मदा रिवर फ्रन्ट के लिए नर्मदा नदी के ग्वारीघाट से तिलवाराघाट के बीच के हिस्से को चुना है जहां अहमदाबाद के साबरमती रिवर फ्रन्ट की तर्ज पर नर्मदा रिवर फ्रन्ट बनाया जाएगा| बजट में नर्मदा रिवर फ्रन्ट के लिए 10 करोड़ रुपयों का आवन्टन किया गया है|
जबलपुर जिला प्रशासन,नगर निगम और स्मार्ट सिटी मिलकर नर्मदा रिवर फ्रन्ट को विकसित करेंगे जिसमें रिवर फ्रन्ट के दोनों तरफ ग्रीन कॉरिडोर,वॉक वे और खेलकूद की गतिविधियों के अलावा कर्मशियल और रेसीडेन्शियल निर्माण करवाए जाएंगे| जबलपुर में नर्मदा रिवर फ्रन्ट के अलावा नर्मदा ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया जाना है जिसमें नैरोगेज ट्रेन के बंद होने के बाद खाली हुई रेल्वे ट्रैक की ज़मीन पर जबलपुर के छोटी लाईन चौराहे से लेकर ग्वारीघाट तक सड़क निर्माण करवाया जाएगा| इसके लिए जिला प्रशासन ने रेल्वे से ज़मीनों की अदला-बदली पर भी काम शुरु कर दिया है| जबलपुर कलेक्टर भरत यादव के मुताबिक रेल्वे ने नर्मदा ग्रीन कॉरिडोर के लिए अपने नैरोगेज ट्रैक की ज़मीन देने के बदले भोपाल में ज़मीन मांगी है लिहाजा लैंड एक्सचेंज का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेज भी दिया गया है| कलेक्टर भरत यादव का मानना है कि नर्मदा रिवर फ्रन्ट और ग्रीन कॉरिडोर ऐसी दो सौगातें हैं जो जबलपुर को पर्यटन की दिशा में काफी आगे ले जाएंगी|





