पुलिस ने किया अंधे कत्ल का खुलासा, सट्टे के पैसों को लेकर मौत के घाट उतारा

जबलपुर, संदीप कुमार। पुलिस ने सतीश पटेल की अंधी हत्या का खुलासा करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने सतीश को मौत के घाट सिर्फ इसलिए उतार दिया, क्योंकि सतीश उसे सट्टे में जीतने के बाद रुपए देने में आनाकानी कर रहा था।

दरअसल सट्टा का कारोबार करने वाले सटोरिए सतीश की लाश संदिग्ध हालात में 11 अक्टूबर को कछपुरा ब्रिज के नीचे मिली थी। मौके पर पहुंची लार्डगंज पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इस दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि सतीश पटेल की हत्या के दिन आरोपी कछपुरा में रहने वाले बृजेश चढ़ार दिखा था। इसके बाद पुलिस ने आरोपी बृजेश चढ़ार को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में आरोपी ब्रजेश ने सतीश की हत्या के पीछे जो कहानी बताई है वह हैरान करने के साथ पुलिस को परेशान करने वाली भी थी। मृतक सतीश सट्टा खिलाने का काम करता था और आरोपी ब्रजेश ने 9 अक्टूबर को मृतक सतीश पटेल के पास 100 रुपए का सट्टा लगाया था जिसमें उसका अंक खुल गया था। इसके बदले सतीश से ब्रजेश से 8 हजार रुपए लेने थे, लेकिन सतीश पैसे देने में आनाकानी कर रहा था। इस पर आरोपी ने 10 अक्टूबर की रात मृतक को शराब पीने फोन लगाकर कछपुरा ब्रिज के नीचे बुलाया था और दोनों कछपुरा ब्रिज की सीढ़ियों पर शराब पी। इसी दौरान आरोपी ने मृतक से अपने सट्टे मे जीते रुपए मांगे। सतीश ने रुपए देने से मना करते हुए सट्टे में रुपए जीतने के सबूत मांगा। इस बात पर दोनो में जमकर विवाद हुआ और ब्रजेश ने सतीश को सीढी के उपर से धक्का दे दिया, जिससे सतीश नीचे गिर गया। सतीश उससे पहले उठकर खड़ा हो पाता उससे पहले ही आरोपी ने पास पड़ा पत्थर उठाकर सतीश के सीने और गर्दन में पटक दिया, जिससे सतीश की मौत हो गयी। घटना के बाद आरोपी सुबह होते ही अपने गॉव चला गया था, जिसे पुलिस ने उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।