नर्मदा पथ के लिए रेल्वे ने अपनी जमीन के बदले दी जा रही नगर निगम की जगह लेने से किया इंकार

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मध्यप्रदेश के जबलपुर में बीते 5 सालों से चल रही नर्मदा पथ बनाने की योजना फिर खटाई में पड़ गई है।  सूचना के अधिकार से मिली जानकारी से पता चला है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने नर्मदा पथ के बदले दी जा रही जमीन लेने से इंकार कर दिया है।

खाली पड़े रेल्वे ट्रेक पर थी नगर निगम की नजर 

दरअसल नैरोगेज ट्रेनें बंद होने के बाद इसके खाली रेलवे ट्रैक पर जबलपुर नगर निगम ने आदि शंकराचार्य चौराहे से लेकर नर्मदा के ग्वारीघाट तक नर्मदा पथ बनाने की योजना बनाई थी। इस मार्ग के बनने से लोगों को ग्वारीघाट तक जाने के लिए अलग से रोड मिल जाती और मुख्य मार्ग में होने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या भी खत्म हो जाती।  ऐसे में जबलपुर नगर निगम ने नैरोगेज के बंद ट्रैक की जमीन के बदले रेलवे को गधेरी गांव के पास 110 एकड़ जमीन देने का प्रस्ताव दिया था, साल 2017 से चल रहे पत्राचार के बाद अब रेलवे ने गधेरी की जमीन को अनुपयोगी बताकर लेने से इंकार कर दिया है।

रेल्वे का इंकार 

रेलवे के इंकार से नर्मदा पथ बनाने की अब तक की कवायद पर पानी फिर गया है।  हांलांकि जबलपुर नगर निगम ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से प्रस्ताव पर फिर से विचार करने का पत्र लिखा है।  इधर 5 साल से जारी इस पत्राचार की जानकारी सूचना के अधिकार से हासिल करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं ने रेलवे और नगर निगम दोनों से नर्मदा पथ बनाने गंभीरता से काम करने की मांग की है और इसके लिए हाईकोर्ट में भी जनहित याचिका दायर करने की बात की है।

जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट 


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Harpreet Kaur

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