जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर मेडिकल यूनिवर्सिटी (Jabalpur Medical University) के पहले दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल मंगुभाई पटेल (Governor Mangubhai Patel) ने उपाधियां और मेडल प्राप्त करने वाले मेडिकल स्टूडेंट्स से कहा कि यह डिग्री सेवा भाव के लिए है, हमें उपचार के साथ ही रोगों की रोकथाम के लिए आवश्यक तरीके से कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के बाद अपने मां बाप को भूलना नहीं है।
मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय यानि मप्र मेडिकल यूनिवर्सिटी जबलपुर का पहला दीक्षांत समारोह आज मानस भवन में आयोजित किया गया। राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने 75 स्टूडेंट्स को डिग्रियां और मेडल सौंपे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग थे।
मध्य प्रदेश में प्रथम स्थान करने पर राज्यपाल ने सुश्री राशि हिंगणकर को गोल्ड मेडल प्रदान कर सम्मानित किया। राशि अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध एवं मुख्यालय) इंदौर राजेश हिंगणकर की सुपुत्री हैं। उन्होंने ये गौरव हासिल कर न सिर्फ स्वयं के परिवार का बल्कि पूरे इंदौर पुलिस परिवार को भी गौरवान्वित किया।
सुश्री राशि हिंगणकर मिरखेलकर श्री अरविंदो मेडिकल कॉलेज इंदौर में वर्ष 2018 के बैच में Ms-obstric and gynology में अध्ययनरत थी, जिन्होंने अपने बैच के उपरोक्त संकाय में उत्कृष्ठ प्रदर्शन करते हुए पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। आपको बता दें कि अतिरिक्त पुलिस आयुक्त इंदौर राजेश हिंगणकर की सुपुत्री सुश्री राशि हिंगणकर के पति आदित्य मिरखेलकर भी भारतीय पुलिस सेवा में सेवारत हैं।
दीक्षांत समारोह(Jabalpur Medical University Convocation) को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने मेडिकल स्टूडेंट्स को बधाई देते हुए कहा कि मन में सेवा भाव रखकर कार्य करना होगा। यह डिग्री सेवा भाव के लिए है, हमें उपचार के साथ ही रोगों की रोकथाम के लिए आवश्यक तरीके से कार्य करना होगा।
उन्होंने नसीहत देते हुए कहा कि अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के बाद अपने मां बाप को भूलना नहीं है। ये भी ध्यान रखना कि मातृभूमि में लांछन न लगे। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग मोहम्मद सुलेमान, संभागायुक्त बी चंद्रशेखर, डीन गीता गुंजन सहित अन्य मौजूद रहे।
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Atul Saxena
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पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....