संदीप कुमार/जबलपुर। रेत कारोबारियों से रिश्वत लेने के मामले में फंसे पूर्व एसडीओपी को लोकायुक्त अदालत ने जेल भेज दिया है। सोमवार देर रात लोकायुक्त पुलिस उन्हें केंद्रीय जेल जबलपुर लेकर गई। एसडीओपी एसएन पाठक जबलपुर के पाटन अनुभाग में पदस्थ थे जहाँ कुछ दिनों पहले उनका रेत कारोबारियों से पैसे लेने का एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो वायरल होने के बाद गृह विभाग ने उन्हें मुख्यालय अटैच कर दिया। इसी बीच एसएन पाठक के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने भी जाँच शुरू कर दी। लोकायुक्त की जाँच में सामने आया कि पूर्व एसडीओपी ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित कर रखी है। लोकायुक्त पुलिस जबलपुर ने पूर्व एसडीओपी के जबलपुर, भोपाल सहित बनारस के पैतृक निवास पर भी छापा मारा था। अभी तक कि जांच में सामने आया है कि एसडीओपी ने मकान, प्लाट, सोने के जेवर सहित अपने अलग अलग खातों में अटूट सम्पति जोड़ रखी थी।
मेडिकल परीक्षण के दौरान बीमार होने का किया नाटक
सोमवार देर रात जब पूर्व एसडीओपी एसएन पाठक को मेडिकल परीक्षण हेतु जिला अस्पताल लाया गया तो वह ब्लड प्रेशर हाई होने का बहाना कर जिला अस्पताल में भर्ती हो गए। इस पूरे मामले की भनक कलेक्टर भरत यादव को लगी तो उन्होंने तीन डॉक्टरों का पैनल बनवाकर स्वास्थ्य परीक्षण करवाया जिसमें वह स्वस्थ पाए गए।
आवाज का सेम्पल देने में भी आनाकानी
जांच के दौरान जबलपुर लोकायुक्त पुलिस ने जब पूर्व डीएसपी एसएन पाठक से हस्ताक्षर और आवाज का सेम्पल मांगा तो उन्होंने देने से साफ इंकार कर दिया था। हम आपको बता दे कि जब एसएन पाठक पाटन अनुभाग में पदस्थ थे उस दौरान रेत कारोबारी अमित अग्रवाल से बातचीत के भी कुछ अंश लोकायुक्त पुलिस को मिले थे।