दरअसल जबलपुर के रानी अवंती बाई लोधी परियोजना बरगी बांध में पिछले दिनों बड़ी लापरवाही सामने आई थी। यहाँ बिना अनुमति के बरगी बांध में 8 फरवरी को टेंट लगाया गया था। वहीं 9 फरवरी को शादी आयोजित की गई थी जिसमें सैकड़ों लोग पहुंचे थे। इस शादी समारोह को उस जगह आयोजित किया गया था जो पूरी तरह से प्रतिबंधित एरिया था और यहाँ आम आदमी जा भी नहीं सकता है, लेकिन अधिकारियों ने यहाँ विवाह समारोह की अनुमति दे दी और लोगों की जान खतरे में डाल दी थी, खास बात यह थी कि देर रात तक चलती रही इस पार्टी में सैकड़ों लोग शामिल हुए थे। जो बिना किसी रोक-टोक के बांध के गेट तक आते-जाते रहे। जब आयोजन के बाद बरगी बांध में हुए शादी की तस्वीरें वायरल हुई। उसके बाद आनन-फानन में कार्यवाही को लेकर चर्चा का बाजार गर्म हो गया था।
छोटे कर्मचारियों पर गिरी गाज, जबकि बड़े अधिकारियों ने ही दी थी अनुमति
मामला सामने आने के बाद अब आयोजन को को लेकर उपयंत्री चौकीदार समयपाल पर निलंबन की कार्यवाही की गई लेकिन अब कर्मचारी संघ विभाग के इस फैसले के खिलाफ खड़ा हो गया है, मध्यप्रदेश के तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ द्वारा संभाग आयुक्त कार्यालय में मुलाकात कर मुख्य अभियंता डीएल वर्मा के निलंबन की मांग की हैं। संघ का आरोप है कि मुख्य अभियंता के द्वारा कर्मचारियों पर कार्रवाई की जा रही है। जबकि कार्रवाई मुख्य अभियंता पर की जानी चाहिए। क्योंकि जिस दिन शादी हुई उस दिन मुख्य अभियंता की खुद ही गाड़ी वहां खड़ी थी। संघ का कहना है अधिकारियों के द्वारा कार्यवाही के नाम पर निचले तबके के कर्मचारियों पर गाज गिराई जा रही है जबकी अधिकारियों ने खुद टेंट हाउस वाले से टेंट लगाने को कहा था, फिलहाल संघ ने चेतावनी दी है कि अगर कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई तो वह इसके खिलद मैदान में उतरेगें।