जबलपुर| स्टेट जीएसटी की एन्टी इवेजन ब्यूरो की टीम ने जबलपुर संभाग सहित पूरे प्रदेश में गलत नाम और फर्म बनाकर करोड़ो रुपए का व्यवसाय करने वाले व्यापारियों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की है। जीएसटी की जांच में सिर्फ जबलपुर संभाग में ही 100 करोड़ रु की टैक्स चोरी का मामला उजागर हुआ है। टीम ने अपनी तीन दिनों की जाँच में प्रदेश के अलग अलग जिलों में 265 बोगस कंपनी बनाकर 1150 करोड़ रु की फर्जी बिलिंग किए जाने का खुलासा किया है।
माना जा रहा है कि जीएसटी के इतिहास में अभी तक कि ये सबसे बड़ी कार्यवाही है। संभाग के जबलपुर, छिंदवाड़ा, बालाघाट, नरसिंहपुर, शहडोल, कटनी,डिंडोरी जिलों में 150 फर्मों की जब जांच की गई तो 110 से ज्यादा फर्म बोगस मिली। जीएसटी की एंटी एवेजन ब्यूरो की टीम की जांच में जबलपुर की 6 बड़ी फर्म जो कि बोगस उनके नाम भी सामने आए है। जिन्होंने की करोड़ों का टैक्स चोरी किया है।शुरुआती दौर में जबलपुर की राधारानी ट्रेडर्स, नेशनल मेटल्स, मयूरा ट्रेडर्स, हरीकृपा ट्रेडिंग, माधव ट्रेडिंग और महादेव ट्रेडिंग का नाम सामने आया है।जीएसटी विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर सुनील मिश्रा का इस पूरी कार्रवाई को लेकर कहना है कि इन तमाम फर्मों से अब वसूली की जाएगी साथ ही इन फर्मों में छापा भी मारा जाएगा। ज्वाइंट कमिश्नर सुनील मिश्रा की मानें तो 3 दिनों की पड़ताल में फर्जी फर्मो और पंजीयन की आड़ में 614 करोड़ रु का व्यवसाय और 106 करोड़ रु की टैक्स चोरी चोरी करने का प्रमाण मिला है।फिलहाल कार्रवाई अभी जारी है।