Jabalpur News : मध्यप्रदेश के जबलपुर में कल रात नारायणगंज मंडला के आदिवासी पहुंचे जो कि 30 जनवरी से 75 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर जबलपुर पहुंचे है। जहां पहुंचते ही उन्होंने कमिश्नर कार्यालय के सामने धरना दिया। बता दें कि घंटों तक धरने पर बैठे रहने के बावजूद कमिश्नर उनसे मिलने नहीं पहुंचे और कार से मंडला रवाना हो गए। इस धरने में बच्चे- बूढ़े से लेकर विकलांग व्यक्ति शामिल है।
मूलभूत सुविधाओं से वंचित
दरअसल, इनकी मुख्य समस्या है कि आदिवासी क्षेत्र होने के बाबजूद मूलभूत सुविधाओं से दूर रखा गया है। आज पीने का पानी से लेकर शिक्षा जैसी व्यवस्था से आदिवासी क्षेत्र महरूम है। यही नहीं सानिया गांव में बांध बनाने की योजना तैयार कर ली गई जबकि मुख्यमंत्री इस प्रस्ताव को निरस्त कर चुके है। 30 जनवरी से पैदल चल रहे हैं आदिवासियों ने बताया कि वह अपनी मांगों को लेकर पैदल यात्रा कर रहे हैं।
प्रयासों पर फिर रहा पानी
मध्यप्रदेश में इस तरह से आदिवासियों को अनदेखा किया जा रहा है उसको देखकर यह कहा जा सकता है कि केंद्र सरकार जहां आदिवासियों को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयास कर रही है तो वहीं यह जिम्मेदार अधिकारी इन प्रयासों पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं।
जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट