जबलपुर, संदीप कुमार। मेडिकल कॉलेज के वार्ड नंबर 16 में एम्बुलेंस किराया को लेकर युवक के साथ मारपीट करने के मामले में आरोपी 48 घण्टे बाद भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है, हालांकि गढ़ा थाना पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया जाएगा, वही मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने भी माना है कि घटना के दिन सुरक्षा में चूक हुई है जिसके कारण एम्बुलेंस और ठेकाकर्मी मेडिकल कॉलेज के अंदर चले गए और मरीज के परिजन के साथ मारपीट की,
नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ठेका कर्मचारी एवं निजी एंबुलेंस चालकों की मनमानी कई सालों से चली आ रही है, कई बार तो ऐसा होता है कि एंबुलेंस चालक और ठेका कर्मचारी कॉलेज परिसर के भीतर घुस जाते हैं और सुरक्षा के नाम पर गेट पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड मूकदर्शक बनी देखती रहती है।
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गढ़ा थाना प्रभारी के मुताबिक कुछ संदिग्ध लोगों की तस्वीर सामने आई है जिन्हें की लगातार तलाश किया जा रहा है, 2 दिन पहले मेडिकल कॉलेज के भीतर घुसकर मरीज के बेटे हेमराज के साथ मारपीट की जाती है इस दौरान सदमे में आकर उसकी मां की मौत हो गई इस घटना को मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक ने शर्मनाक और निंदनीय बताया है उन्होंने मेडिकल की निजी सुरक्षा एजेंसी को पत्र लिखकर निर्देशित किया है कि जो भी सुरक्षाकर्मी की जिम्मेदारी थी और उन्होंने लापरवाही बरती है उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए और तुरंत ही उन्हें टर्मिनेट किया जाए हालांकि सुरक्षा एजेंसी की तरफ से अभी तक मेडिकल कॉलेज को इसी तरह का जवाब नहीं मिला है वहीं मेडिकल अधीक्षक का कहना है कि कॉलेज परिसर के अंदर निजी अस्पताल को खड़ा करने पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है।