जबलपुर| देश में बढ़ती बेतोजगर देश और प्रदेश के लिए एक बड़ी समस्य बन गई है| सरकारें युवाओं को रोजगार देने के वादे और दावे तो करती हैं, लेकिन जमीनी हकीकत चौकाने वाली है| भृत्य और तामीलकर के लिए निकले 131 पदों के लिए डेढ़ लाख से ज्यादा युवाओ ने आवेदन किए है। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण में निकली पयून और आर्डर टेकर की वैकेंसी में उमड़े लाखों बेरोजगारों को देखकर अन्दाजा लगाया जा की बीते पाँच सालों में कितना रोजगार युवाओ को मिला है।
जबलपुर स्थित मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्रधिकरण में भृत्य और तामीलकर के लिए निकले 131 पदों के लिए डेढ़ लाख से ज्यादा युवाओ ने आवेदन किए है। जबलपुर में 28 फरवरी से रोजाना चपरासी और तामीलकर के लिए टेस्ट हो रहे है जिसमे प्रदेश भर के लाखों युवा रोज परीक्षा देकर अपनी किस्मत आजमा रहे है। राज्य विधिक सेवा प्रधिकरण के दफ्तर में रोज लगभग 3 हजार से ज्यादा आवेदक नोकरी के लिए आवेदन कर रहे है। जबलपुर सहित आसपास के जिलों से भी रोजाना ही बेरोजगार युवा आकर चपरासी की नोकरी के लिए अपनी किस्मत भी आजमा रहे है।
सागर जिले से आए अंकित ने बताया कि उसने अभी तक पीएससी और एसएससी सहित कई परीक्षा फेस की है किसी मे उसे सफलता नही मिली पर जुनून है कि हर हाल में सरकारी नोकरी करना है इसलिए अब चपरासी की नोकरी ही मिल जाये वो भी कर लेंगे। वही गुना से आये एक बेरोजगार युवा ने बताया कि दिल्ली यूनिवर्सिटी से उसने ग्रेजुएशन किया है पर आमदनी और घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते वो इन पदों पर भी नोकरी करने को तैयार है। हम आपको बता दे कि 131 पदों में से 57 चपरासी के है जबकि 74 पद नोटिस सर्वर के। ये दोनों ही पद चतुर्थ श्रेणी अंतर्गत आते हैं। भृत्य व नोटिस सर्वर पद के लिए निर्धारित अर्हता आठवीं उत्तीर्ण रखी गई है। इसके बावजूद बीए-एमए, बीएससी-एमएससी, बीकॉम-एमकॉम ही नहीं बीई और एमबीए, एमसीए, बीई के अलावा एलएलबी आदि उच्च डिग्रियां प्राप्त करने वाले आवेदक भी नौकरी के लिए जोर लगा रहे हैं|