Jabalpur News: फिल्म की शूटिंग के दौरान हंगामा, भाजपा नेताओं ने कराई बंद, FIR दर्ज

Pooja Khodani
Published on -
jabalpur

जबलपुर, संदीप कुमार। राज्य सरकार (MP Government) के सहयोग से मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)  के कई शहरों में अंतरराष्ट्रीय स्तर (International Level )की फ़िल्म (Film) बनाई जा रही है। हाल ही में संस्करधानी जबलपुर (Jabalpur) में भी हैदराबाद (Hyderabad) की एक कंपनी फ़िल्म बना रही है। जबलपुर (Jabalpur) में करीब बीते दो माह से ये कंपनी अलग अलग क्षेत्र में शूटिंग (Shooting) कर रही थी पर देर रात जब फ़िल्म कंपनी की टीम माँ नर्मदा (Narbda) के ग्वारीघाट (Guarighat) में एक दृश्य फिल्मांकन कर रही थी उस दौरान हंगामे की स्थिति बन गई।

Jabalpur: सड़क पर खुलेआम महिलाओं ने लहराई तलवारें, मूक दर्शक बनी रही पुलिस

जानकारी के मुताबिक मंगलवार की रात जब हैदराबाद से आई फ़िल्म निर्माण कंपनी ने जब फ़िल्म शूटिंग के दौरान करोड़ों की लागत से बने धार्मिक सिद्ध घाट व उमा घाट को बुरी तरह क्षतिग्रस्त करने लगे तो नर्मदा भक्त ओर स्थानीय लोगो ने इसका विरोध करते हुए जमकर हंगामा किया और फ़िल्म की शूटिंग बन्द करवा दी। मामले की जानकारी लगने पर नगर निगम (jabalpur Municipal council) और पुलिस (jabalpur Police) के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और उंन्होने भी फ़िल्म निर्माण कंपनी आइडियल फ़िल्म इंडस्ट्री (Film industry द्वारा की जा रही फिल्म शूटिंग को तत्काल रोक दिया।

शिवराज सिंह चौहान की नई घोषणा- मप्र में जल्द होगा इस बोर्ड का गठन

नर्मदा नदी के उमा घाट और सिद्ध घाट पर हुई तोड़फोड़ को देखते हुए नगर निगम जबलपुर(Jabalpur) ने ना सिर्फ फिल्म की शूटिंग रुकवाई बल्कि निगम के वरिष्ठ अधिकारियों ने हैदराबाद की इस कंपनी के खिलाफ ग्वारीघाट थाने में शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं के खिलाफ एफआईआर (FIR) भी दर्ज करवाई।

सूचना मिलते ही मौके पर पहुँचे पूर्व महापौर

नर्मदा नदी के उमा घाट और सिद्ध घाट में फिल्म शूटिंग करने वालों ने घाट पर तोड़फोड़ कर दी है इसकी सूचना जैसे ही पूर्व महापौर प्रभात साहू को लगी तो वह भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने फिल्म कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई, इधर ग्वारीघाट थाना पुलिस ने पूर्व महापौर की शिकायत पर फिल्म कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज कर इसकी जांच शुरू कर दी है।

गौरतलब है कि कुछ साल पहले नर्मदा तट पर श्रद्धालुओं के लिए करोड़ों की लागत से इन तटों का निर्माण किया गया था।ऐसे में सवाल ये उठता है कि करोड़ों की लागत से शहर में काम कर रही फ़िल्म शूटिंग कम्पनी ने प्रशासन के बगैर अनुमति से काम कैसे शुरू कर दिया।


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News