जबलपुर।
मध्यप्रदेश(madhyapradesh) के गलियारों में उपचुनाव(by-election) से पहले सियासत तब गरमा गई जब अचानक से शिवराज(shivraj) का ऑडियो वायरल हुआ। ऑडियो के वायरल होने के साथ ही पार्टी के नेताओं का एक दूसरे पर बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है। अब वायरल ऑडियो पर बोलते हुए राज्यसभा सांसद विवेक तंखा ने भाजपा पर निशाना साधा है। गुरुवार को ट्वीट करते हुए तन्खा ने लिखा है की भाजपा में अब नैतिकता का चिंतन खत्म हो चुका है।
दरअसल गुरुवार को राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा(vivek tankha) ने शिवराज सरकार(shivraj government) के वायरल ऑडियो(viral audio) पर बीजेपी(bjp) को घेरते हुए कई तीखे प्रश्न किए। तन्खा ने ट्वीट(tweet) करते हुए कहा कि भाजपा में अटल(atal) की भाजपा की परिभाषा बदल गई है। क्या बीजेपी में अब नैतिकता पर चिंतन नहीं होता। वहीं उन्होंने कहा कि क्या अटल जी के समय भाजपा नेतृत्व की ऐसी सोच हो सकती थी। वही उन्होंने यह भी सवाल किया है कि क्या अटल जी के भाजपा में धन-बल से सरकार गिराना, वह स्वीकार कर पाते।
बता दें कि इससे पहले बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (kamalanth), पूर्व मंत्री जीतू पटवारी(jitu patwari) सहित मध्य प्रदेश कांग्रेस ने शिवराज सिंह के वायरल ऑडियो पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। जीतू पटवारी ने यहां तक कहा था कि वह इस मुद्दे पर कोर्ट में जाएंगे। जिसके लिए कांग्रेस ने वरिष्ठ जनों से इस मुद्दे पर बात की है। वही दूसरी तरफ मंत्री तुलसी सिलावट(tulsi silawat) ने इस बात की पुष्टि की है कि वायरल ऑडियो शिवराज के ही हैं। और जिस वक्त शिवराज यह कह रहे थे तुलसी सिलावट खुद वहां मौजूद थे। सिलावट ने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कुछ गलत नहीं कहा है।
मेरा प्रश्न शिवराज जी से :: जो उनका वक्तव्य केंद्र नेतृत्व की मंशा को लेकर सामने आया है::क्या ऐसी सोच या परिकल्पना अटल जी के नेतृत्व काल में सम्भव थी।जिस तरह धन बल का प्रयोग मप्र सरकार गिराने में हुआ क्या अटल जी इसे स्वीकार करते ! क्या नैतिकता का चिंतन भाजपा में समाप्त हो चुका है
— Vivek Tankha (@VTankha) June 11, 2020