Sat, Dec 27, 2025

खंडवा में प्याज की फसलों में लगा जलेबी रोग, क्लीटवेटर चलाकर नष्ट की जा रही उपज

Written by:Ayushi Jain
Published:
खंडवा में प्याज की फसलों में लगा जलेबी रोग, क्लीटवेटर चलाकर नष्ट की जा रही उपज

खंडवा, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के खंडवा (Khandwa) जिले में मौसम की मार की वजह से जहां पहले सोयाबीन की फसलें बर्बाद हुई, वहीं अब प्याज की फसलें भी बर्बाद हो रही है। इस वजह से किसान काफी ज्यादा परेशान है। बताया जा रहा है कि प्याज की फसलों में जलेबी रोग तेजी से फैल रहा है। यह सब खेतों में नमी आने की वजह से फंगस अटैक के कारण हो रहा है। दरअसल जलेबी रोग की वजह से प्याज की फसलों में वृद्धि नहीं हो पा रही है। इस वजह से कई किसान अपने खेत में से प्याज की फसलों को उखाड़ कर फेंक रहे हैं, तो कई क्लीटवेटर चलाकर अपनी फसलें खत्म कर रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक, ज्यादा बारिश होने की वजह से जहां पहले सोयाबीन की फसलों को नुकसान पहुंचा, वहीं अब प्याज की फसलें भी बर्बाद हो रही है। क्योंकि खेतों में जो प्याज के बीच रोपे गए हैं उसमें जलेबी रोग लग गया है। जिस वजह से फसल में फंगस लग रही है। वहीं प्याज भी वृद्धि नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि ऐसा सिर्फ एक या दो किसान के खेत में नहीं बल्कि कई किसानों की प्याज की फसलों में जलेबी रोग लगने की बात सामने आए हैं।

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इसको लेकर ग्राम पोखर कला के किसान सुंदर पटेल द्वारा कहा गया है कि उन्होंने 1 एकड़ जमीन में प्याज की फसल बोई थी। लेकिन उसमें जलेबी रोग लग गया। जिसकी वजह से फसल खराब हो गया। फसल को कल्टीवेटर चलाकर खत्म किया जा रहा है। इसके अलावा शंकर पटेल ने बताया है कि 3 एकड़ जमीन में उन्होंने प्याज की फसल लगाई थी। लेकिन उसमें भी जलेबी रोग लग गया। जिसकी वजह से फसल नष्ट हो गई। ऐसे में अब फसल को उखाड़ कर फेंका जा रहा है। यह फसल अटैक के कारण खराब हुई है।

जानकारी के मुताबिक, कोरगला, सुरगांव, खैगांव, बावड़िया, बड़गांव, मलगांव, डिगरिश और आबूद में भी ऐसी हालत बनी हुई है। इसकी शिकायत उद्यानिकी विभाग को की गई है। जिसके बाद विभाग द्वारा शिकायतों के आधार पर ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे किया जा रहा है। जिसमें यह बात सामने आई है कि फसल में जलेबी रोग लग गया है। हालांकि अब तक यह बात सामने नहीं आई है कि किस जिले में और किस खेत में जलेबी रोग की वजह से कितना नुकसान हुआ है। लेकिन पंधाना और खंडवा विकासखंड के ग्रामीण क्षेत्र से इसकी शिकायत काफी ज्यादा आ रही है।