Janmashtami 2023 : जन्माष्टमी के त्यौहार को प्रदेशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस साल ये त्यौहार रोहिणी नक्षत्र के खास योग यानी हर्षण और सिद्धि योग में 6 और 7 सितंबर के दिन मनाया जाने वाला है। बता दे, भादो के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाने की परंपरा के अनुसार इस साल जन्माष्टमी विशेष रोहिणी नक्षत्र में मनाई जाएगी। इसको लेकर इंदौर शहर के प्रसिद्ध मंदिरों में अभी से धूम देखने को मिल रही है।
Janmashtami के लिए सजाए गए इंदौर के प्रसिद्ध राधा-कृष्ण मंदिर
बताया जा रहा है कि प्रसिद्ध गोपाल मंदिर और यशोदा माता मंदिर में जन्माष्टमी का त्यौहार हर साल धूमधाम से मनाया जाता है साथ ही मटकीफोड़ कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है। ठीक उसी तरह इस साल भी उसकी धूम देखने को मिलेगी। मंदिरों में सुंदर-सुंदर लाइट्स से सजाया गया है। जन्माष्टमी को लेकर तैयारियां अंतिम दौर में है। ये लोगों को अभी से ही आकर्षित कर रही है।
बता दे, इंदौर स्मार्ट सिटी द्वारा शहर के प्रसिद्ध गोपाल मंदिर परिसर को नए सिरे से बनाकर तैयार किया गया है। इसे आकर्षक और भव्य रूप दिया गया है। जन्माष्टमी के खास अवसर के लिए इस नए मंदिर की आकर्षक साज सजा भी की गई है। इतना ही नहीं यशोदा माता मंदिर और राजवाड़ा क्षेत्र में स्थित राधा कृष्ण मंदिर को भी विशेष रूप से सजाया गया है। जहां जन्माष्टमी का त्यौहार मनाया जाएगा।
दो अलग-अलग तिथि में मनाया जाएगा जन्माष्टमी का त्यौहार
जानकारी के मुताबिक, रक्षाबंधन की तरह जन्माष्टमी पर भी इस बार से अलग-अलग तिथियो में दो बार जन्माष्टमी बताई जा रही है। शेव मत अनुसार कल 6 सितंबर को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। जबकि वैष्णव मत अनुसार 7 सितंबर को जन्माष्टमी मनाई जाएगी। शहर के प्रसिद्ध यशोदा माता मंदिर और गोपाल मंदिर में 7 सितंबर को जन्माष्टमी मनाई जाएगी।
इंदौर से मंगल राजपूत की रिपोर्ट