सरकार के कर्ज लेने पर भडक़े जीतू पटवारी, वीडियो संदेश जारी कर लगाए गंभीर आरोप

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इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (madhya pradesh) की शिवराज सरकार (Shivraj government) ने एक बार फिर बाजार से कर्ज लिया है। प्रदेश के विकास और आर्थिक गतिविधियों को गति देने के लिए सरकार ने एक हजार करोड़ का उधार लिया है। सरकार के कर्ज लेने पर पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता जीतू पटवारी (Jeetu Patwari) ने निशाना साधा है। उन्होंने एक वीडियो संदेश जारी कर शिवराज सरकार पर आरोप लगाया है।

पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने ट्वीटर पर एक वीडियो जारी किया है। वीडियों में पटवारी ने सरकार द्वारा कर्जा लेने पर सवाल उठाते हुए सरकार पर आरोप लगाया हैं। उन्होंने कहा कि मप्र में हाल ही में उपचुनाव हुए। मप्र की राजनीतिक स्थिति क्या थी, हालात क्या थे, क्यों उपचुनाव की यह परिस्थिति बनी। उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी ने, कमलनाथ ने अपनी बात प्रदेश के सामने रखी। भाजपा, शिवराज और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अपनी बात रखी। मैं मानता हूं कि अब जनादेश पेटियों के अंदर है। जो आप निर्णय लोगे वो स्वीकार है, लेकिन आशाएं है लोकतंत्र की हत्या के खिलाफ आपका मत रहा होगा। आगे उन्होंने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं आपसे बात कर रहा हूं आज मप्र की आर्थिक परिस्थितियां क्या है। आज अखबार में देखा कि शिवराज सरकार ने एक हजार करोड़ रुपए का फिर से कर्ज लिया है। मैंने पड़ताल की तो पिछले सात महिनों में नौ बार में 10 हजार 5 सौ करोड़ का कर्ज शिवराज सरकार ने लिया और अगर पूरे पंद्रह साल की बात की जाए तो पंद्रह साल में दो लाख 5 हजार नौ सौ 93 करोड़ रुपए का कर्ज का भार दिया है।

प्रदेश में कर्ज के साथ पैदा हो रहा बच्चा
पूर्व मंत्री ने कहा कि मप्र में जो बच्चा पैदा होता है वह भी 34 हजार रुपए के कर्ज के साथ पैदा होता है। यह मप्र के आर्थिक हालात हैं। यह मप्र हम सब का है और आर्थिक हालात इसके दिन प्रतिदिन बदतर होते रहे हैं। ऐसे में आने वाली पीढ़ी और भविष्य का क्या होगा, साढ़े सात करोड़ की जनता का क्या होगा यह चिंता का विषय है। मंत्री पटवारी ने बताया कि इस कर्ज का 16 हजार करोड़ रुपए लगभग हर वर्ष ब्याज देते है। हमारे टोटल बजट का 15 प्रतिशत से ज्यादा हमारा ब्याज पर जाता है।

सरकार जनता पर डाल रही कर्ज का भार
जीतू पटवारी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए जनता पर कर्ज का भार डालने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अब राजनीतिक रुप से कोई चुनाव नहीं है तो मैं किसी रुप में किसी के प्रति गुस्सा दिलाने की कोशिश कर रहा हूं। यह जरुरी है कि आपकों आभास होना चाहिए कि आपसे क्या बोला गया और देश- प्रदेश का क्या हो रहा है। इस पूरे कंपन्सेशन को पेट्रोल- डीजल का भाव बढ़ाकर आपके ऊपर भार डालने प्रयास है।


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Neha Pandey

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