KATNI -Gondwana Republic Party Ruckus : उमरिया जिला मुख्यालय में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर हमला कर दिया, प्रदर्शन कर रहे पार्टी के कार्यकर्त्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान अचानक उग्र रूप धारण कर लिया और देखते ही देखते पुलिस पर हमला बोल दिया, दरअसल गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ता जनजाति कार्य मंत्री मीना सिंह के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे, इसी दौरान पुलिस ने इन्हे रोकने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ही लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। इस घटना में एक एएसआई सत्यदेव यादव घायल हो गए हैं। कार्यकर्ताओं ने एसडीओपी के साथ भी झूम झपट की थी। घटना में घायल हुए एएसआई को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का यह आंदोलन पार्टी के नेता राधेश्याम ककोडिया के नेतृत्व में हो रहा है। आंदोलनकारियों ने जिला मुख्यालय के मुख्य चौराहे को पूरी तरह से घेर लिया था। चंदिया चौक पर रानी दुर्गावती की प्रतिमा के समक्ष गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ता सड़क पर बैठ गए थे।
रास्ता खुलवाने गई थी पुलिस
पार्टी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आए थे इसके चलते आम लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को रास्ते से हटने और जाम न लगाने की समझाइश दी, लेकिन देखते ही देखते उपद्रव हो गया। प्रदर्शन के चलते मुख्य चौराहे के सभी रास्ते जाम हो जाने के कारण लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही थी। न सिर्फ रेलवे स्टेशन जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था बल्कि कलेक्ट्रेट जाने वाले लोग भी परेशान थे। कटनी और शाहपुरा का मार्ग पूरी तरह से जाम हो चुका था। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने आंदोलनकारियों से रास्ता खोल देने का निवेदन किया और इसी दौरान उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया।
कई बार प्रदर्शन
अधिकारियों की माने तो पुलिस व्यवस्था बनाने के लिए मौके पर गई थी और इस दौरान पुलिस कर्मियों पर हमला किया गया है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा जनजाति कार्य मंत्री पर लगातार आरोप लगाए जा रहे हैं। पिछले दो महीने के अंदर कई बार गोंडवाना गणतंत्र पार्टी मंत्री मीना सिंह के खिलाफ अपना विरोध व्यक्त कर चुकी है और मंगलवार को भी कार्यकर्ता मंत्री मीना सिंह का विरोध कर रहे थे। आरोप है कि मंत्री मीना सिंह ने बस्ती विकास मद का करोड़ों रुपए मनमाने ढंग से खर्च कर दिए हैं। इस मद की राशि को अपने चाहते सरपंचों को दिया गया है, जिसके कारण सभी क्षेत्रों का विकास नहीं हो पाया। इस मद की राशि से विद्युतीकरण किया जाना था लेकिन यह कार्य भी नहीं हो पाया।