ओंकारेश्वर, सुशील विधानी। भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंग में से एक ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग (Omkareshwar Jyotirlinga) के मूल स्वरूप के दर्शन अब श्रद्धालु नजदीक से कर सकेंगे। प्रशासन ने मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है। कोरोना की वजह से दस माह से गर्भगृह में प्रवेश बंद था। इस कारण श्रद्धालुओं को करीब 25 फीट दूर सुखदेव मुनि द्वार से दर्शन करना पड़ रहा था। इस जगह से भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग अच्छे से नजर नहीं आते थे और श्रद्धालुओ के साथ ही पंडित,पुजारी और स्थानीय नागरीक दर्शनों की व्यवस्था पूर्ववत करने की मांग कर रहे थे।
ओंकारेश्वर में नर्मदा जयंती की तैयारियों के संबंध में हुई बैठक के अंतर्गत पुनासा एसडीएम और श्रीजी मंदिर ट्रस्ट के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एससी सोलंकी ने ज्योतिर्लिंग मंदिर में दर्शनों की व्यवस्था पूर्ववत लागू करने की स्वीकृति प्रदान कर दी। इसके बाद बुधवार प्रातःकाल से ही श्रद्धालु गर्भगृह में पहुंचकर भगवान को जल और फूल-बेलपत्र अर्पित कर पा रहे हैं। बता दें कि इतिहास में पहली बार मंदिर ट्रस्ट ने मंदिर गर्भग्रह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगाई थी। भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंग में से एक ओंकारेश्वर मंदिर को कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी का संक्रमण रोकने के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के तहत श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया था।