खण्डवा, सुशील विधानी। कुछ दिनों के पश्चात मांधाता विधानसभा में उपचुनाव (By-election) होने जा रहे हैं। भाजपा संगठन द्वारा कांग्रेस के पूर्व विधायक नारायण पटेल (Narayan Patel) जिन्होंने कमलनाथ सरकार से नाराज होकर अपना इस्तीफा देते हुए भाजपा की सदस्ता ग्रहण कर ली थी उन्हें ही भाजपा का प्रत्याशी घोषित किया गया है। मांधाता विधानसभा क्षेत्र से नारायण पटेल फिर विजयश्री प्राप्त करे इस के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhaan) नारायण पटेल के समर्थन में 23 सितंबर को चुनावी सभा को संबोधित करने पुनासा पहुंच रहे हैं।
शिवराज के सर्वे में मांधाता सीट से नारायण पटेल हारे हुए दिखाई पड़ रहे हैं क्योंकि ग्रामीणों में इनका विरोध बहुत अधिक दिख रहा है शिवराज मामा की इस सभा को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री का तीन बार प्रोग्राम तारीख बढ़ाकर 23 को निर्धारित कर दिया है यही नहीं कांग्रेसियों द्वारा इस सभा को विफल करने के लिए किसानों के फसल बीमा वाले मुद्दे को सही तरह से बनाया जा सकता है। यह वही कैंडिडेट है जो पिछली बार कांग्रेस से मांधाता सीट को जीता कर ले गया था और अपनी ही मांधाता सीट पर दोबारा बीजेपी का परचम लहराने के लिए ग्रामीणों के बीच में जाने पर विरोध का सामना कर रहा है।
क्या पता मांधाता से इस बार बीजेपी की यह सीट किस करवट बैठती है जो प्रत्याशी पूर्व में अपनी पार्टी का न रहा वह नई पार्टी में जाने के बाद जनता के लिए विधायक बनना चाहते हैं या अपने लिए चुनावी खर्चा कर मांधाता पर अपना कब्जा बनाए रखने के लिए काम कर रहा है कि मांधाता की जनता को अभी तक तो कुछ बड़ा कुछ खास फायदा नहीं दिला पाए , परंतु मांधाता की जनता को यह नेता जी से क्या फायदा हुआ इस बार यह समय ही बताएगा । सूत्रों द्वारा पता लगा है कि बीजेपी के पुराने कार्यकर्ता ही कांग्रेस द्वारा आए इस प्रत्याशी को पैराशूट कैंडिडेट को स्वीकार ने के लिए तैयार नहीं है तो मांधाता की जनता मामा की बात कैसे रखेगी यह देखना है कि मांधाता सीट पर आप किसका कब्जा होगा।