खंडवा, सुशील विधानी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj singh chouhan) ने ओंकारेश्वर में नंदू भैया के नाम से नया घाट बनाने की घोषणा की है। वे यहां सांसद स्व. नंदकुमार सिंह चौहान ((Nandkumar Singh Chauhan)) की अस्थि कलश यात्रा में शामिल होने पहुंचे थे। नंदू भैया की अस्थि कलश यात्रा शाहपुर बुरहानपुर होते हुए खंडवा से ओंकारेश्वर पहुंची और यहां प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान भी यात्रा में शामिल गुए।
इस अवसर पर नंदकुमार चौहान को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित सभा में मुख्यमंत्री ने उन्हें भावुक होकर याद किया। उन्होने कहा कि शरीर क्षणभंगुर है, नाशवान है। लेकिन नंदू भैया ने जो कार्य किए हैं उसके कारण न जनता उन्हें भूलेगी, न समाज, न प्रदेश न देश। सब उन्हें सदैव याद रखेंगे। इस अवसर पर उन्होने घोषणा की कि नंदू भैया के नाम से ओंकारेश्वर में एक घाट का नाम रखा जाएगा। इसका नाम नंद घाट होगा जिसके नीचे नंदू भैया लिखा रहेगा। सीएम ने कहा कि निमाड़ की नैया, नंदू भैया..ये नारा पूरी तरह सही है। नंदू भैया ने दूसरों के लिये अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। वो जनता के हर व्यक्ति को अपना परिवार समझते थे।
नंदू भैया के नाम पर बनाएं एक ग्रंथ
नंदकुमार चौहान को याद करते हुए सीएम ने कहा कि इतनी यादें है कि याद करना शुरू करो तो खत्म ही नहीं होती। वो एक किताब थे, खोलो तो बस पढ़ते जाओ। इस मौके पर उन्होने कहा कि नंदू भैया के नाम पर एक ग्रंथ बनाएंगे जिसमें उनके जीवन से जुड़ी हर बात को सम्मिलित करेंगे। सीएम ने कहा कि उस ग्रंथ में सीएम के अनुभव ही नहीं और जिन्होने उनके साथ काम किया उनके अनुभव लिखे जाएं। इस ग्रंथ को बनाने में भले एक साल लगे, हम एक साल बाद मिलेंगे और उसका विमोचन करेंगे। इस अवसर पर उन्होने एक और संकल्प लेते हुए कहा कि निमाड़ की धरती अद्भुत है, हम यहां आचार्य शंकराचार्य जी महाराज की भव्य प्रतिमा लगाएंगे और अद्वैत वेदांत संस्थान का गठन किया जाएगा। इस ज्ञान विज्ञान की अद्भुत परंपरा को हम आगे बढ़ाएंगे।
बता दें कि सौम्य मुस्कान, विनम्र व्यवहार और अपनी अलग पहचान बनाए रखने वाले नंदकुमार सिंह चौहान का 2 मार्च 2021 को कोरोना संक्रमण के कारण निधन हो गया था।डॉक्टरों के अनुसार उनके 90% फेफड़े संक्रमित हो गए थे। दिल्ली के अस्पताल में उन्हें एअरलिफ्ट किया गया था और उन्होंने वहीं अंतिम सांस ली। नंदकुमार सिंह चौहान भारत की 16वीं लोकसभा के लोकप्रिय सांसद थे।
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श्रुति कुशवाहा
2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।