खंडवा: मप्र वन कर्मचारी संघ ने की कोरोना वैक्सीन लगवाने की मांग

खंडवा, सुशील विधानी। कोरोना महामारी (Corona epidemic) में फ्रंट लाइन वर्कर पर पुलिस, स्वास्थ्य विभाग की तरह काम करने वाले वन विभाग (Forest department) के कर्मचारियों को कोरोना का टीका नहीं लग रहा है। एक और प्रशासन द्वारा वन विभाग के कर्मचारियों से कोविड-19 में काम करवाया जा रहा है लेकिन कोरोना वैक्सीन (Corona vaccine) नहीं लगाई जा रही है। जिसे लेकर वन विभाग कर्मचारी संगठन द्वारा सीसीएफ को ज्ञापन दिया है, बतादें कि इसके पहले भी रेंजर्स ने भी कई बार निवेदन किया है परंतु प्रभारी मंत्री एवं स्टाफ द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसको लेकर मप्र वन कर्मचारी संघ द्वारा वन कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण को लेकर मुख्य वनसंरक्षक को ज्ञापन दिया।

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ज्ञापन में उन्होंने बताया कि वन विभाग में पदस्थ वरिष्ठ कर्मचारियों अधिकारियों को समय अवधि अनुसार उन्हें वरिष्ठ पदनाम दिया जाना शेष है। जबकि पुलिस प्रशासन द्वारा दिया जा चुका है। इसलिए वनवृत्त खंडवा में पदस्थ कर्मचारियों को जल्द से जल्द पदनाम का लाभ दिया जाए। जिला कलेक्टर द्वारा पुनः वन कर्मचारियों की ड्यूटी खंडवा के वार्डों में लगा दी गई है जिसकी जानकारी वनमंडल या कर्मचारियों के पास नहीं है। वही अभी तक किसी वन कर्मी को कोरोना का टिका नहीं लगाया गया है। कर्मचारियों को कोविड-19 का टीकाकरण कराया जाए व साथ ही उसकी अनुपस्थिति में उसके प्रभार की बीट का प्रभार संबंधित कर्मचारी नियमानुसार दिलाया जाये। वर्तमान में अवैध कटाई, उत्खनन एवं अतिक्रमण एवं वानिकी कार्य किया जाना शेष है तथा तेंदूपत्ता तोड़ाई कार्य भी किया जाना है। ऐसी स्थिति में कर्मचारियों की ड्यूटी नहीं लगाई जाए। अग्नि घटनाएं समस्त वन क्षेत्रों में आए दिन हो रही है उसकी रोकथाम किस प्रकार की जाएगी, पूर्व में वन कर्मचारियों की ड्यूटी कोविड-19 मेंलगाई जा चुकी है, जिसके बाद भी टीकाकरण आज तक वन कर्मचारियों को नहीं लगाया गया। जबकि समस्त विभागों में यहां तक की कोटवारों का टीकाकरण किया जा चुका है। जिसके संबंध में विभाग द्वारा कोई लेख नहीं किया गया है। कृपया कर विभाग के समस्त कर्मचारियों को परिक्षेत्रवार टीकाकरण कराया जाए। पूर्व में भी वन कर्मचारी संघ द्वारा निवेदन किया गया है कि वन कर्मचारियों को समयमान वेतनमान का लाभ जल्द से जल्द दिलाया जावे एवं सातवें वेतनमान की द्वितीय एवं तृतीय किश्त जल्द से जल्द कर्मचारियों को दी जाए। पूर्व में शासन के आदेशानुसार संबंधित अतिसंवेदनशील बीटों में पदस्थ वनकर्मियों की ड्यूटी कहीं पर भी नहीं लगाई जाए, किंतु यह देखने में आया है कि वनकर्मियों की ड्यूटी आये दिन त्यौहार एवं कोविड-19 में लगाई जा रही है जो नियमानुसार नहीं है, शासन के निर्देशों का पालन किया जाए। अतः वनकर्मचारी संघ की विभिन्न मांगों का शीघ्र निराकरण किया जाए।


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Harpreet Kaur