Khandwa News : अतिक्रमण हटाने को लेकर कलेक्टर और जनप्रतिनिधियों में हुई तीखी बहस, अहम मुद्दों पर हुई चर्चा

शहर की सड़कों पर कई इलाकों में अतिक्रमण हो रहा है। जिसके लिए मुहिम भी निगम द्वारा चलाई जा रही है। अब इससे तेजी से चलाया जाएगा, इसी को लेकर आज जिला प्रशासन के साथ बैठक रखी गई थी। जहां नगर निगम की टीम को अतिक्रमण हटाने में परेशानी आती है तो जिला प्रशासन मदद करें।

Amit Sengar
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Khandwa News : मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में गुरुवार को शिवाजी चौक से इमलीपुरा तक अतिक्रमण हटाने के मामले में कलेक्टर और महापौर-विधायक के बीच कहासुनी हो गई। नगर निगम की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची थी, लेकिन कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने कार्रवाई रुकवा दी, जिससे जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के बीच विवाद बढ़ गया।

विधायक और महापौर ने जताई आपत्ति

नगर निगम द्वारा गुरुवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई थी। इस पर विधायक पति मुकेश तनवे ने कलेक्टर से चर्चा की, लेकिन जवाब संतोषजनक न होने पर विधायक कंचन तनवे, महापौर अमृता यादव और भाजपा नेताओं को सर्किट हाउस पर बुला लिया। इस बैठक में कलेक्टर, एसपी और अन्य अधिकारी भी शामिल हुए।

साप्ताहिक बाजार और अतिक्रमण का मुद्दा

शिवाजी चौक से इमलीपुरा तक लगने वाले साप्ताहिक बाजार को लेकर यह विवाद हुआ। महापौर और विधायक का कहना था कि गुरुवार को पूरे शहर में बाजार बंद रहता है, लेकिन इस दिन शिवाजी चौक पर रेहड़ी-पटरी वालों की दुकानें लगती हैं, जिससे यातायात बाधित होता है। हिंदू संगठनों ने भी पहले इसका विरोध किया है।

कलेक्टर ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उनका उद्देश्य शांति व्यवस्था बनाए रखना है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि अतिक्रमण हटाने से पहले व्यापारियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।

बैठक में हुई तीखी बहस

बैठक के दौरान विधायक पति मुकेश तनवे ने कलेक्टर पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया। महापौर अमृता यादव ने कहा कि नगर निगम शहर के हित में काम कर रहा है, लेकिन प्रशासन की ओर से बाधा डाली जा रही है। कलेक्टर ने सफाई दी कि उनका मकसद शांति बनाए रखना है और किसी भी कार्रवाई में कानून के दायरे का पालन करना जरूरी है।

ईदगाह पर स्थान देने की बात, बैठक के बाद कार्रवाई

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पहले अतिक्रमणकारियों को चिन्हित कर उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे। इसके बाद शिवाजी चौक के बाजार को स्थानांतरित कर एक वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जाएगी। एक दिन के अस्थायी बाजार के लिए दूध तलाई स्थित ईदगाह मैदान को उपयुक्त स्थान माना गया।

कलेक्टर ने इस दौरान यह भी कहा कि व्यापारियों को उचित सुविधाएं प्रदान की जाएं और यह सुनिश्चित किया जाए कि नई व्यवस्था से किसी समुदाय या वर्ग के बीच असंतोष न फैले। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासन का लक्ष्य शांति बनाए रखना है।

बैठक खत्म होने के बाद नगर निगम की टीम ने शिवाजी चौक से इमलीपुरा क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा, जिससे कार्रवाई शांतिपूर्ण ढंग से पूरी हो सके।

प्रशासन और संगठन के अधिकारी मौजूद

इस बैठक में विधायक कंचन तनवे, उनके पति मुकेश तनवे, महापौर अमृता यादव, भाजपा नेता राजेश तिवारी, अरुण सिंह मुन्ना, कलेक्टर अनूप कुमार सिंह, एसपी मनोज कुमार राय, एडीएम काशीराम बडौले, निगम कमिश्नर प्रियंका राजावत सहित कई अधिकारी और नेता मौजूद रहे।

बैठक में इस बात पर सहमति बनी कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई क्रमबद्ध तरीके से की जाएगी। यह मुद्दा प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और स्थानीय संगठनों के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता को रेखांकित करता है।

खंडवा से सुशील विधाणी की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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