एक ऐसा रहस्यमय मंदिर, जहां माता की मूर्ति दिन में बदलती है तीन बार अपना स्वरूप

Khandwa Tulja Bhavani Mata News : यूं तो खंडवा अति प्राचीन जिला है यहां नर्मदा के तट पर ओंकारेश्वर ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग है तो वही खंडवा नगरी में अति प्राचीन 4 कुंड है सूरजकुंड, रामेश्वर कुंड, पदम कुंड और भीमकुंड, कुंडों का इतिहास रामायण काल महाभारत काल समय से बताया जाता है वही मां तुलजा भवानी का मंदिर जो अति प्राचीन है मां तुलजा भवानी यह मंदिर जहां मैया अपने भक्तों को तीन रूपों में दर्शन देती है।

इस मंदिर के बारे में कुछ ऐसी पौराणिक कथाएं भी जुड़ी हैं जिनसे यह प्रमाणित होता है कि यह मंदिर हजारों वर्ष पहले यानी त्रेता युग और द्वापर युग में भी मौजूद था और भगवान राम ने अपने वनवास के दौरान इस मंदिर में पूजा-पाठ भी की थी।इसके अलावा रामायण और महाभारत जैसे महान ग्रंथों में जिस खांडव वन के बारे में वर्णन मिलता है वह खांडव वन भी यही क्षेत्र माना गया है। और इसी खांडव वन के नाम पर इस क्षेत्र को खंडवा नाम दिया गया है।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”