खंडवा, सुशील विधानी। कोरोना (corona) संकट और लॉकडाउन (lockdown) के दौरान सभी वर्ग परेशान था। खंडवा (Khandwa) में जरूरतमंद ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत काम देने के लिए जिला प्रशासन भले ही प्रदेश स्तर पर शाबासी बटोर रहा हो। लेकिन मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों का मजदूरी भुगतान ही नहीं हुआ है। अब परिवार को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है जनपद सदस्य रणधीर नेतृत्व में बुधवार को कलेक्टर से मिलकर मजदूरो ने अपनी मजदूरी भुगतान कराने की मांग की।
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मामला जनपद पंचायत खंडवा के ग्राम पंचायत बड़गांव माली का है। गांव की महिलाओं ने बताया कि मनरेगा के तहत काम तो मिला लेकिन मजदूरी नहीं मिली। साथ ही 50 लाख रुपए से अधिक की पानी की टंकी बनाई गई। लेकिन पीने का पानी हम गरीबों को नहीं मिल पाया। कई उच्च अधिकारियों को शिकायत करने के बावजूद भी हमारी समस्या का निराकरण नहीं हो पाया। ग्रामीणों ने बताया कि निराश हो कर उन्होंने जिला पंचायत में भी सहायता की लिए गुहार लगाई। लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हो पाई है। मजदूरों का कहना है कि हम मजबूरी ना मिलने से काफी परेशान है । वहीं अधिकारियों द्वारा हमें सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है। यहां लोग पानी लिख के लिए भी परेशान है।