खंडवा। सुशील विधानी।
ओंकारेश्वर मंदिर मुख्य मार्ग पर स्थित गोदडपुरा शासकीय स्कूल में पानी की टंकी में मृत अवस्था में बिल्ली का मिलना स्थानिय प्रशासन का नक्कारापन दर्शाता है। प्रशासन को आम लोगों के स्वास्थ्य की फिक्र नजर नहीं आती है जबकी आज हजारों की संख्या में पंचक्रोशी यात्री इसी प्याऊ के पास से अपनी यात्रा की और निकल रहे हैं।पार्षद द्वारा समय पर टंकी का निरिक्षण नही करते तो श्रद्धालुओं में संक्रमण का खतरा बढ सकता था।
नगर परिषद ओंकारेश्वर के वार्ड क्रमांक 8 में मुख्य मार्ग के किनारे स्थित गोदडपुरा स्कुल परिसर पर सार्वजनिक प्याऊ की पानी की टंकी में लगे नल से आने वाले पानी में भयंकर बदबू आने की समस्या को अनदेखाकर नगर परिषद् के टेंकर से पुनः टंकी में आज गुरुवार को पानी भरा जा रहा था इस घटनाक्रम से जनस्वास्थ के प्रति कितनी जागरुक है परिषद आधिकारी इसका अंदाजा खुद ही लगाया जा सकता हैं। पीने के शीतल जल प्याऊ की टंकी में मरी हुई बिल्ली के मिलने की घटना ने स्थानिय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर फिर से सवाल खड़े किए हैं।गनीमत यह रही कि गोदडपुरा स्कूल का अवकाश चल रहा है वरना बच्चों में संक्रमण फैलने का आंदेशा था।
पार्षद राजेंद्र चौकसे ने बताया कि पिछले 2 महीने से मैं नगर पंचायत सीएमओ श्रीमती भावना पटेरीया मैडम से कह रहा था कि पानी की टंकी सफाई करो पिछले कई दिनों से पानी की टंकी से बदबू आ रही हैं इस प्याऊ का पानी स्कूल के बच्चे भी पीते हैं।लेकिन मैरी मैडमा ने नही सुनीसरकारी अमला कागजों में पानी के टैंक की सफाई करवाता रहा हैं ।सार्वजनिक प्याऊ की पानी की टंकी में मरी हुई बिल्ली का मिलना नगर पंचायतकर्मीयों का नक्कारापन दर्शाता है। पंचायत के अधिकारीयों एवं कर्मचारियों को आम लोगों के स्वास्थ्य की फिक्र नजर नहीं आती है।