खरगोन, डेस्क रिपोर्ट। खरगोन जिले के थाना बिस्टान में विभिन्न आरोपों में पकड़े गए आरोपी बिशन की मौत के मामले में भीकनगांव के एसडीओपी प्रवीण कुमार उईके को निलंबित कर दिया गया है। राज्य शासन ने उन्हें अपने कर्तव्य पालन में गंभीर लापरवाही का प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए कार्रवाई की है।
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खरगोन जिले के थाना बिस्टान में पुलिस अभिरक्षा में पिटाई के कारण हुई बिशन आदिवासी की मौत के मामले में पुलिस ने गंभीर कार्रवाई की है। रविवार को इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खरगोन के एसपी शैलेंद्र कुमार चौहान को हटा दिया था। सोमवार को इस मामले में भीकनगांव के एसडीओ प्रवीण कुमार उईके को निलंबित कर दिया गया है। गृह विभाग के अवर सचिव के हस्ताक्षर से जारी आदेश के अनुसार प्रवीण कुमार उईके को इस पूरे मामले में कमजोर परीक्षण और कर्तव्य में लापरवाही का प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है। निलंबन की अवधि में उनका मुख्यालय पुलिस मुख्यालय भोपाल होगा।
क्या है मामला
बिशन भील नाम के व्यक्ति को चार सितंबर को बिस्टान पुलिस ने 11 अन्य लोगों के साथ खरगोन जिले के खेरकुंडी गांव में लूट और डकैती के मामले में गिरफ्तार किया था। उसे खरगोन उप-जेल में रखा गया था जहां सात सितंबर को सुबह करीब दो बजे उसकी मौत हो गई थी। उसकी मौत से के बाद आदिवासियों की भीड़ ने सात सितंबर की सुबह खरगोन जिले के बिस्टान थाने का घेराव कर पथराव किया था जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हुए और कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए थे।