जीवित व्यक्ति को बताया मृत, पत्नी को जारी की विधवा पेंशन

बड़वाह, बाबूलाल सारंग। ग्राम पंचायत बड़वाह के सचिव व जनप्रतिनिधि की लापरवाही से एक जीवित व्यक्ति को मृत बताकर उसकी पत्नी की विधवा पेंशन शुरू करा दी गई।कर्मचारियों की लापरवाही के चलते वृद्धा पेंशन की जगह महिला को तीन माह तक विधवा पेंशन का भुगतान किया गया। बाद में जब महिला को इसकी जानकारी लगी कि उसके जीवित पति को मृत बनाकर समग्र पोर्टल पर पेंशन योजना के तहत मुख्यमंत्री सामाजिक सुरक्षा कल्याणी पेंशन योजना आदेश क्रमांक 16504881/18/2020 को जारी कर दिया गया है तो

यह है मामला
ग्राम पंचायत बड़वाह कस्बा के अंतर्गत टावर बेडी निवासी फूलबाई पति रायसिंग बामनिया ने सोमवार को थाना प्रभारी एवं जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी के नाम शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया है। इसमें बताया गया है कि शासन द्वारा दी जाने वाली वृद्धा पेंशन प्राप्त करने के लिए बडवाह कस्बा पंचायत फूलबाई ने आवेदन किया था। लेकिन वृद्धावस्था पेंशन ना शुरू कराते हुए उसे मुख्यमंत्री सामाजिक सुरक्षा कल्याणी पेंशन योजना आदेश क्रमांक 16504881/18/2020 जारी कर दिया गया और इस तरह उसके रायसिंग पिता सोमसिंग को मृत बता दिया गया। 28 फरवरी 2021 को जब महिला समग्र आईडी अलग करवाने गई तो पता चला कि उसके पति के नाम से आईडी बंद हो गई है। कारण पूछने पर बताया गयी कि रायसिंग को मृत घोषित कर दिया है। महिला का कहना है कि तब से वो|अपने पति के जिंदा होने का सबूत, समग्र आईडी व उनके दस्तावेज आला अधिकारियों को दिखाते घूम रह है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

जीवित होने के दस्तावेज जमा कराए
महिला के पुत्र जगदीश बामनिया ने बताया कि मेरी माँ फूलबाई पति रायसिंग बामनिया ने वृद्धवस्था पेंशन शुरू करवाने के लिए आवेदन दिया था। लेकिन ग्राम पंचायत बड़वाह कस्बा सचिव की लापरवाही के कारण मेरे पिता रायसिंग की मृत्यु की सूचना 29 अगस्त 2020 को बिना तफ्तीश के ही सामाजिक न्याय विभाग बडवाह को भिजवा दी, जिससे मेरी माँ कि विधवा पेंशन (कल्याणी) शुरू हो गई। जबकि रायसिंग के जीवित होने संबंधी लिखित में दस्तावेज कार्यालय में जमा करा दिए हैं। अब परिवार ने अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्यवाही करने की मांग की है।

भौतिक सत्यापन करे बिना ही उसे मृत घोषित कर दिया

भौतिक सत्यापन करे बिना ही मृत घोषित कर दिया
वर्ष 2016 वर्ष में तत्कालीन सरकार ने यह आदेश जारी किए थे कि पेंशन को स्वीकृत करने वाला अधिकारी ही पीपीओ जारी करेगा तथा हर साल पेंशन के लाभार्थियों का भौतिक सत्यापन करवाएगा। इस तरह ग्रामीण क्षेत्र के लिए विकास अधिकारी को जिम्मेवारी सौंपी गई थी। हर साल विकास अधिकारी को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत लाभार्थियों का भौतिक सत्यापन करवाना होता है। कागजी खानापूर्ति के चलते रायसिंग पिता सोमसिंग बामनिया के साथ भी ऐसा ही हुआ, उसे 6 माह पूर्व होने वाले भौतिक सत्यापन में मृत ही बताया जाता रहा है। इस कारण रायसिंग पिता सोमसिंग बामनिया को जिंदा होते हुए भी कागजों में मृत होने से उसकी पत्नी फूलबाई को विधवा पेंशन विगत तीन माह से मिल रही थी।

इनका कहना है-
ग्राम पंचायत बडवाह कस्बा पंचायत से जुड़े जिस भी अधिकारी के द्वारा मेरे पति रायसिंग को पोर्टल पर मृत घोषित किया है उनके खिलाफ शासन से क़ानूनी दंडात्मक कार्यवाही करने कि मांग करती हूं| मुझे ऐसी पेंशन नही चाहिए जिसमें मेरे जिन्दा पति को मृत बताकर 600 सौ रूपये कि राशि दी जाए।
पीड़िता फूलबाई 

ग्राम पंचायत बडवाह कस्बा पंचायत कि विधवा पेंशन को लेकर एक शिकायत मेरे पास आई है। मामले कि जाच कर दोषियों के खिलाफ विभाग द्वारा उचित कार्यवाही कि जावेगी।
ओपी शर्मा, जनपद पंचायत मुख्य कर्यपालन अधिकारी, बड़वाह

मुख्यमंत्री सामाजिक सुरक्षा कल्याणी पेंशन योजना के तहत रायसिंग पिता सोमसिंग बामनिया को किसने मृत घोषित कर उसकी पत्नी का विधवा पेंशन जारी किया है, उसको मैं पंचायत में जाकर दिखवाता हूं, क्योंकि मुझे कुछ दिन पहले ही आईडी पासवर्ड मिला है।
सचिव, अविनाश पाराशर, ग्राम पंचायत बड़वाह कस्बा


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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