खरगोन, बाबूलाल सारंग। अजेय विश्व योद्धा श्रीमंत बाजीराव पेशवा (Baji Rao) के समाधि स्थल के सुंदरीकरण कार्यक्रम को लेकर होने वाले आयोजन की तैयारिया युद्ध स्तर पर चल रही है। 18 अगस्त को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Union Minister Jyotiraditya Scindia) बाजीराव पेशवा को शीश नवाने के लिए खरगोन जिले (Khargone District) के बड़वाह (Barwaha) के समीप ग्राम रावेरखेड़ी (Raverkhedi) स्थित समाधि स्थल पर आएंगे। और यहां पर समाधि स्थल के विकास हेतु 29 करोड़ की लागत से कार्यों का भूमि पूजन करेंगे। इस अवसर पर बाजीराव पेशवा के वंशज भी उपस्थित रहेंगे।
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कई मंत्री होंगे मौजूद
बता दें कि रावेरखेड़ी, बड़वाह विधानसभा व खंडवा लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत आता है। यहां पर निकट भविष्य में उपचुनाव होना है। शिवराज-सिंधिया का यह दौरा राजनीतिक दृष्टि से देखा जा रहा है। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रभारी मंत्री कमल पटेल, संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, सांसद गजेंद्र पटेल के साथ बाजीराव पेशवा के वंशज उपस्थित रहेंगे।
इन जगहों पर होगी यात्रा
कार्य्रकम के बाद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की आशीर्वाद यात्रा सनावद, बड़वाह होते हुए बलवाडा पहुंचेगी। रावेरखेड़ी के कार्यक्रम का मैनजमेंट संघ (RSS) के विभाग प्रचारक विवेक भटोरे के नेतृत्व में हो रहा है। इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया जनता के बीच मोदी सरकार की योजनाए जनता को बताएगे और अब तक उनको दिए समर्थन के लिए आशीर्वाद लेगे।
जोर-शोर से चल रही तैयारियां
सिंधिया फैंस क्लब एवं भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा जगह-जगह मंच बना कर स्वागत की तैयारिया जोर-शोर से चल रही है सिंधिया फैंस क्लब के खरगोन जिला अध्यक्ष बाबुलाल सारंग ने बताया श्री मन्त महाराज ज्योतिरादित्य जी का केंद्र में मंत्री बनने के बाद प्रथम आगमन हो रहा है जिसमे भाजपा के साथ किसान मोर्चा, युवा मोर्चा , महिला मोर्चा, व्यपारी संघ सहित निम्न समाज द्वारा जगह जगह मंच लगा कर स्वागत करने की तैयारिया जोर शोर से चल रही है ।
आपको बता दे कि एक वीर योद्धा “पेशवा बाजीराव प्रथम” जिनके बारे में कहा जाता है कि चिते की चाल, बाज की नजर और बाजीराव की तलवार पर कभी संदेह नहीं करते। अपराजेय योद्धा बाजीराव पेशवा की 281 वर्ष प्राचीन समाधि दक्षिण नर्मदा तट पर स्थित ग्राम रावेर खेड़ी (सनावद) पर सीएम शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचेगे।
बाजीराव प्रथम (18 अगस्त 1700- 28 अप्रैल 1970) एक प्रसिद्ध भारतीय सेनानायक थे। जो 1720 से चतुर्थ मराठा छत्रपति शाहू जी के पेशवा रहे। वे बालाजी विश्वनाथ के पुत्र थे। उन्हें बाजीराव बल्लाल भी कहा जाता था। भाट वंश के 9 पेशवाओं में सबसे प्रभावशाली बाजीराव ने मराठा राज्य के विस्तार में, विशेषत: उत्तर में निर्णायक भूमिका निभाई थी। उन्होंने मालवा, गुजरात, निजाम समेत दक्षिणी राज्य, पुर्तगालियों तथा दिल्ली के सुल्तान की सेना को मात दी थी। गुजरात के गायकवाड, ग्वालियर के शिंदे (सिंधिया), नागपुर के भोंसले, धार के पंवार तथा इंदौर के होल्कर को अधीन कर उन्होंने मराठा संघ का गठन किया था। उत्तर भारत में एक अभियान के दौरान एक लाख सैनिकों के साथ पश्चिम निमाड़ में नर्मदा तट पर डेरा डाले थे। उसी दौरान लू लगने से 28 अप्रैल 1740 को 39 वर्ष की आयु में उनका निधन हुआ। उनकी अंत्येष्टि 28 अप्रैल 1740 को नर्मदा तट पर रावेरखेड़ी में की गई थी। उनके वफादार सरदार ग्वालियर के महाराजा सिंधिया ने यहां पर उनकी समाधि बनवाई।