Ladli Behna Yojana: अगली किस्त से पहले करोड़ों लाड़ली बहनों के लिए महत्वपूर्ण खबर, सरकार कर रही है ये बड़ी तैयारी

लाड़ली बहना योजना के तहत 1250 रुपए महीना के हिसाब से महिलाओं को सालाना 15,000 रुपये मिलते हैं।लाड़ली बहनों को जून 2023 से अप्रैल 2025 तक मासिक आर्थिक सहायता राशि की कुल 23 किश्तों का अंतरण किया गया है।

Ladli Behna Yojana 2025 : मध्य प्रदेश की करोड़ों लाड़ली बहनों के लिए महत्वपूर्ण खबर है। मोहन सरकार अब लाड़ली बहना, लाड़ली लक्ष्मी  जैसी कई फ्लैगशिप योजनाओं का सोशल ऑडिट कराने की तैयारी में है।इसके तहत पता लगाया जाएगा कि इन योजनाओं से लोगों के जीवन पर क्या असर पड़ा, इनमें क्या खामियां व खूबियां है।

इस ऑडिट की रिपोर्ट तैयार कर फिर राज्य शासन को भेजी जाएगी, जिसके आधार पर योजनाओं में सुधार या बदलाव किए जाएंगे।खबर है कि जल्द ही विभाग द्वारा इसका प्रस्ताव मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा और स्वीकृति मिलने पर विभागों से समन्वय कर सोशल आडिट की प्रक्रिया शुरू होगी। खास बात ये है कि ये ऑडिट सिर्फ कागजों पर नहीं होगा बल्कि इसमें खुद अधिकारी कर्मचारी घर-घर जाकर योजना के लाभार्थियों से संपर्क करेंगे।

ऑडिट में इन योजना पर रहेगा फोकस

खबर है कि सोशल आडिट के लिए केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं का विभागवार खाका तैयार किया जाएगा, जिसके बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इनमें प्रधानमंत्री मातृवंदना, पीएम आवास, निशुल्क खाद्यान्न वितरण, पथ विक्रेता योजना, लाड़ली बहना योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना सहित तमाम ऐसी योजनाओं के लाभार्थियों से संपर्क किया जाएगा।

मई में 15 तारीख तक आएगी लाड़ली बहना योजना की 24वीं किस्त

16 अप्रैल को सीएम डॉ. यादव ने प्रदेश की 1 करोड़ 27 लाख बहनों के खातों में 23वीं किस्त के 1552 करोड़ 38 लाख जारी कर दिए है।इसके तहत प्रत्येक लाभार्थी के खाते में 1250 भेजे गए है।25 लाख से अधिक बहनों को सिलेंडर रिफिलिंग की 57 करोड़ भी खातों में भेजे गए है।अब योजना की 24वीं किस्त मई में जारी होगी। ध्यान रहे अगली किस्त 15 तारीख तक आएगी क्योंकि अंतरण की तारीख में सदैव एकरूपता लाने के लिए राज्य सरकार ने फैसला किया है कि वह प्रतिमाह 15 तारीख के आसपास बहनों के खाते में राशि भेजेगी।

Ladli Behna Yojana: हर महीने मिलते है 1250 रुपए

  • लाड़ली बहना योजना पिछली शिवराज सिंह चौहान सरकार द्वारा मई 2023 में शुरू की गई थी।लाड़ली बहना योजना का मुख्य उद्देश्य मध्य प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उनके जीवन को बेहतर बनाना है।
  • इस योजना के तहत 21 से 60 वर्ष की विवाहित महिलाओं को 1000 रुपए देने का फैसला किया गया था और फिर इसकी पहली किस्त 10 जून को जारी की गई थी।
  • इसके बाद रक्षाबंधन 2023 पर राशि को बढ़ाकर 1250 रुपए कर दिया गया था।
    अब इस योजना के तहत 1250 रुपए महीना के हिसाब से महिलाओं को सालाना 15,000 रुपये मिलते हैं।
  • लाड़ली बहनों को जून 2023 से अप्रैल 2025 तक मासिक आर्थिक सहायता राशि की कुल 23 किश्तों का अंतरण किया गया है।
  • इसके अतिरिक्त माह अगस्त 2023 एवं 2024 में (कुल 2 बार) लाभार्थी महिलाओं को 250 रुपये की राशि की विशेष आर्थिक सहायता का भी अंतरण किया गया।

लाड़ली बहना योजना : आयु/पात्रता/नियम

  • इस योजना में 1 जनवरी 1963 के बाद लेकिन 1 जनवरी 2000 तक जन्मी मध्यप्रदेश की स्थानीय निवासी समस्त विवाहित महिलाएं (विधवा, तलाकशुदा एवं परित्यक्ता समेत) वर्ष 2023 में आवेदन के लिए पात्र मानी जाती है।
  • महिलाएं, खुद या उनके परिवार में कोई टैक्सपेयर नहीं होना चाहिए ।परिवार की सालाना आय 2.5 लाख रुपये होना चाहिए।
  • अगर संयुक्त परिवार है तो 5 एकड़ से ज्यादा जमीन न हो, परिवार में कोई भी व्यक्ति सरकारी नौकरी न करता हो।घर पर ट्रैक्टर, चारपहिया वाहन न हो।
  • यदि कोई महिला 60 वर्ष से कम उम्र की है और किसी अन्य सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत पहले से ही प्रति माह 1250 रुपये से कम प्राप्त कर रही है, तो उस महिला को भी 1250 रुपये तक की राशि दी जाएगी।
  • विवाहित महिलाओं में विधवा, और तलाकशुदा महिलाएं भी शामिल हैं।जिस साल आवेदन किया जाए, उस साल 1 जनवरी को आवेदक की उम्र 21 वर्ष पूरी हो चुकी होनी चाहिए और अधिकतम उम्र 60 वर्ष से कम होनी चाहिए।
  • जिनके परिवार का कोई सदस्य वर्तमान अथवा भूतपूर्व सांसद, विधायक हो या फिर किसी सरकारी पद का लाभ ले रहा है, उस परिवार की महिलाएं भी लाड़ली बहना योजना के लिए पात्र नहीं होंगी।
  • यदि महिला के पति के पास सरकारी योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए पात्रता नहीं है, तो वह भी इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएगी।

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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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