Famous Food Of Indore : इंदौर की मशहूर लाल बाल्टी की कचौरी, क्या आपने की टेस्ट?

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Famous Food Of Indore

Famous Food Of Indore : देशभर में खाने के लिए मशहूर मध्य प्रदेश का दिल इंदौर शहर में एक से एक खाने की चीजें मिलती है। जिसका स्वाद चखने के लिए सिर्फ इंदौरी लोग ही नहीं देश और विदेशों से भी पर्यटक आते हैं। सबसे ज्यादा बाहर के लोग जो इंदौर घूमने के लिए आते है वो इंदौरी जायके का स्वाद जरूर चखते हैं। उन्हें घर का खाना नहीं भाता है।

दरअसल, एक बार जो इंदौरी जायके का स्वाद चख लेता है वह जीवन में कभी भी उसे भुलाए नहीं भूल पाता। इंदौर में कई फेमस डिशेस मौजूद है जिसे आप भी जरूर ट्राय कर सकते हैं। आज हम आपको इंदौर की सबसे प्रसिद्ध और सालों पुरानी लाल बाल्टी की कचौरी के बारे में बताने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं –

Famous Food Of Indore : इंदौर की मशहूर लाल बाल्टी की कचौरी 

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इंदौर में फेमस कचोरी की सिर्फ चुनिंदा दुकानें है जहां सालों से लोग कचोरियां खाते आ रहे हैं। वहीं पर्यटक भी इंदौर आने के बाद इंदौरी जायके का स्वाद लेने निकल पड़ते है लेकिन उन्हें फेमस दुकानें और खाने की चीजों के बारे में पता नहीं होता है। ऐसे में अगर आप भी इंदौर में नए है और फेमस कचोरी का स्वाद चखना चाहते हैं तो आप सराफा बाजार की मित्तल कचोरी के अलावा इंदौर की फेमस लाल बाल्टी की आलू की कचौरी खाने जा सकते हैं। ये रामबाग में है। 53 साल पुरानी लाल बाल्टी कचौरी भी काफी मशहूर है।

रामबाग में लाल बाल्टी की आलू कचौरी की दुकान है जो सिर्फ समय पर खुलती है और बंद हो जाती है। बता दे, शहर में तिलक पथ पर आनंद उपहार गृह लाल बाल्टी की आलू की कचोरी के नाम से फेसम है। इसका नाम दुकान के बाहर टंगी लाल बाल्टी पर पड़ा है। आपको दूर से ही दुकान के बाहर लाल बाल्टी टंगी हुई है।

अगर बाल्टी टंगी हुई है तो इसका मतलब है कि दुकान चालू है। अगर लाइट बंद है तो इसका मतलब दुकान बंद है। आपको यहां पर सिर्फ आलू की कचौरी ही खाने को मिलती है। इसके साथ आपको हरी मिर्च की चटनी मिलती है। जिससे इसका स्वाद दुगुना हो जाता है। आप भी एक बार जरूर यहां की कचौरी खाए।

आप कभी इसका स्वाद नहीं भूल पाएंगे और ना ही इससे पहले अपने ऐसी कचौरी खाई होगी। ये इंदौर की फेमस कचौरी है। इसकी दुकान सिर्फ दो ही जगह पर है एक रामबाग और एक राजेंद्र नगर। दोनों दुकान के खुलने का समय शाम 4 बजे तक है। यहां आपको लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ सकता है इतना ही नहीं आपको यहां नंबर लगाकर खड़ा रहना भी पड़ता है।


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Ayushi Jain

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