Lok Sabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव को लेकर सभी में उत्साह देखा जा रहा हैं। दरअसल हमारे देश में चुनाव को त्यौहार की तरह ही लिया जाता हैं ऐसे में देश में लोकसभा चुनाव से पहले त्योहारों जैसी तैयारी की जा रही हैं। हर तरफ देश में लोकसभा चुनाव की चर्चा की जा रही हैं। दरअसल इस बार बीजेपी के सामने विपक्ष का इंडिया गठबंधन किस प्रकार दिखाई देगा इसका इंतजार देश के आम लोगों द्वारा भी किया जा रहा हैं। वहीं आज इसी कड़ी में हम मध्य प्रदेश की दमोह सीट की चर्चा करने वाले हैं। तो चलिए समझते हैं दमोह में किस प्रकार इस बार कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा।
1989 से दमोह पर बीजेपी का कब्जा:
दरअसल ,लोकसभा चुनाव 2019 की बात की जाए तो मध्यप्रदेश की 29 लोकसभा सीटों में से 28 पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। बता दें कि दमोह लोकसभा सीट जातिगत समीकरणों के लिहाज से सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण सीट मानी जाती है। दरअसल बीजेपी 1989 से दमोह में लगातार विजय पा रही है। ऐसे में एक बार फिर इस सीट पर कड़ा मुकाबला हो सकता हैं। मध्यप्रदेश की दमोह लोकसभा सीट बीजेपी के लिए सबसे सेफ सीट बन चुकी है। ऐसे में कांग्रेस के लिए यह सीट पर विजय पाना इतना आसान नहीं होगा।
लोध और कुर्मी जातियों का बड़ा वोट बैंक:
जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश की दमोह सीट जातिगत समीकरणों के लिहाज से महत्वपूर्ण है। जातिगत समीकरण ही इस सीट पर जीत या हार तय करते हैं। दरअसल दमोह में लोध और कुर्मी जातियों का बड़ा वोट बैंक है। वहीं इस बार बीजेपी (BJP) ने अपना उम्मीदवार बदलते हुए लोध समुदाय के प्रत्याशी को मैदान में उतारा है। जबकि इस सीट से कांग्रेस ने भी बड़ा कदम उठाया हैं दरअसल कांग्रेस ने भी जातिगत समीकरण को ध्यान में रखते हुआ व वोट बैंक को देखते हुए इसी समुदाय से उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। जानकारी दे दें कि बीजेपी ने दो बार के सांसद रहे प्रह्लाद पटेल को उम्मीदवार नहीं बनाते हुए इस बार उनके बजाय राहुल लोधी को टिकट दिया है।
देखने को मिलेगा कांग्रेस बनाम कांग्रेस:
वहीं इस बार सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस सीट से इस बार कांग्रेस बनाम कांग्रेस की टक्कर देखने को मिलेगी। दरअसल बीजेपी ने इस बार राहुल लोधी को उम्मीदवार बनाया है। जानकारी दे दें कि राहुल लोधी 2020 में ही कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने दमोह की सीट से तरवर सिंह लोधी को मैदान में उतारा है। ऐसे में इस बार कांग्रेस बनाम कांग्रेस का मुकाबला देखने को मिलेगा।