ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर में लव जेहाद (Love Jihad) का एक मामला सामने आया है। एक मुस्लिम युवक नाबालिग हिंदू लड़की (Minor Hindu Girl) को बहला फुसला कर ले गया और महाराष्ट्र में जाकर उससे जबरन शादी कर ली। पुलिस (Gwalior Police) ने दोनों को महाराष्ट्र जाकर पकड़ लिया है। उधर नाबालिग लड़की के परिजन आरोपी को उम्रकैद की मांग कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार कंपू थाना क्षेत्र में रहने वाली 16 साल की एक नाबालिग लड़की को पिछले दिनों 17 अगस्त को एक मुस्लिम लड़का बहला फुसला कर अपने साथ ले गया। लड़की के परिजनों ने कंपू थाने में नामजद रिपोर्ट लिखाई लेकिन पुलिस नाबालिग को अपनी गति से तलाश करती रही। इस बीच पिछले दिनों 8 सितम्बर को हिन्दूवादी संगठनों ने कंपू घेराव कर नाबालिग को जल्दी बरामद करने की चेतावनी दी।
माहौल गर्म होने के बाद पुलिस ने तलाशी अभियान तेज किया और आरोपी युवक के परिजनों से पूछताछ की। इस बीच पुलिस को इनके महाराष्ट्र में होने की जानकारी मिली तो पुलिस दोनों को वहां से पकड़ कर ले आई। पुलिस का कहना है नाबालिग लड़की और मुस्लिम लड़के को पकड़कर लाये हैं लड़की का कहना है कि वो उसे बहला फुसलाकर ले गया था। और जबरन शादी भी की है दोनों से पूछताछ जारी है।
घटना से आक्रोशित नाबालिग का भाई आरोपी मुस्लिम युवक को उम्रकैद की सजा की मांग कर रहा है। नबालिग के भाई का कहना है कि उसकी बहन ने उसे बताया कि वो उसे बातों में फंसाकर अपने साथ ले गया और फिर जबरन शादी भी की। भाई ने आरोप लगाया कि आरोपी ने उसकी बहन के साथ दुष्कर्म किया और उसका धर्म परिवर्तन कराने का भी प्रयास किया। भाई के मुताबिक उसकी बहन ने महाराष्ट्र से आने का प्रयास भी किया लेकिन उसे उसने जबरन रोक कर रखा।
उधर नाबालिग और मुस्लिम युवक के बरामद होने के बाद हिंदूवादी संगठनों ने चेतावनी दी है कि ये बहुत बड़ा षड्यंत्र हैं मुस्लिम युवक हिन्दू समाज की लड़कियों को टारगेट बना रहे हैं। यदि शादी करनी है तो 18 साल की बालिग लड़की से कीजिये। संविधान सबको इसकी इजाजत देता है लेकिन यदि षड्यंत्र रचोगे तो हिन्दू समाज इसका जवाब देगा
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....