एक बार फिर मध्य प्रदेश में पुलिस टीम पर हमला हुआ है। पुलिस टीम सागर में वारंटी को पकड़ने पहुंची थी, इसी दौरान महिलाओं समेत अन्य लोगों ने टीम को घेर लिया और पुलिस टीम पर पथराव शुरू कर दिया। इस मामले में दो पुलिसकर्मियों को चोट आई है, हालांकि टीम को मौके से भागकर अपनी जान बचानी पड़ी।
जानकारी के अनुसार, घटना सुरखी थाना क्षेत्र के महुआखेड़ा गांव की बताई जा रही है। गुरुवार शाम को सूचना मिलने पर दो थानों से फोर्स पहुंची और मोर्चा संभाला। इस पूरे मामले में अब तक एक आरोपी को हिरासत में लिया जा चुका है, जबकि बाकी आरोपियों की तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है।

क्या है पूरा मामला?
दरअसल, पुलिस महुआखेड़ा में तीन गिरफ्तारी वारंट तामील करने गई थी। कोर्ट की तरफ से तीन गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए थे, जिनमें हल्ले घोषी, रामस्वरूप घोषी, रामजी घोषी और वीरेंद्र घोषी का नाम शामिल था। इन्हें गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम महुआखेड़ा पहुंची थी, जिसमें आरक्षक प्यारेलाल और आरक्षक बृजेंद्र शामिल थे। वहां आरोपियों के परिजनों ने उन्हें घेर लिया और पथराव शुरू कर दिया। इस हमले में प्रधान आरक्षक प्यारेलाल को सिर में गंभीर चोट लगी, जबकि आरक्षक बृजेंद्र के हाथ में चोट आई है।
इस वजह से पुलिस असमंजस में पड़ी
सूचना मिलने के बाद सागर पुलिस लाइन और रहली थाना पुलिस मौके पर रवाना हुई, लेकिन दो महुआखेड़ा गांव होने के चलते टीम असमंजस में पड़ गई। जब टीम राजा बलहारा के पास वाले महुआखेड़ा गांव पहुंची, तो जानकारी मिली कि यहां पथराव की ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। हालांकि, बाद में पुलिस टीम ने दूसरे गांव में पहुंचकर मोर्चा संभाला। इस घटना को लेकर आईजी प्रमोद वर्मा ने जानकारी दी कि पुलिस टीम पर पथराव हुआ, जिसमें पत्थर लगने से दो पुलिसकर्मियों को हल्की चोटें आई हैं। मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ सुरखी थाना में आपराधिक रिकॉर्ड पहले से ही मौजूद है।
विनोद जैन की रिपोर्ट